बक्सर. वीर कुंवर सिंह पुल से यूपी में जा रहे बालू लदे ट्रक के कारण नगर की यातायात व्यवस्था शनिवार को पूरी तरह से रात्रि से ही ध्वस्त रही. सुबह सड़क पर निकलने से पहले ही नगर की मुख्य सड़कों पर आवागमन चॉक हो गया था. वाहनों की गति शून्य हो गई थी. छोटे-बड़े सभी प्रकार के वाहनों की हॉर्न ही सुनायी दे रही थी. सभी एक दूसरे से आगे निकलने के प्रयास में लगे रहे. जिससे जाम की स्थिति नगर में और भी गंभीर हो गयी. जाम की स्थिति को देखते हुए लोग अपने वाहनों को छोड़ पैदल ही भागते दिखे. वहीं नगर में संचालित हाेने वाले विद्यालयों ने अपने वाहन से विद्यालय आने जाने वाले बच्चों के अभिभावकों को विलंब से वाहन के संचालित होने की सूचना भी ग्रुपों के माध्यम से दी गई. जिससे अभिभावक अपने बच्चे को तुरंत के निर्धारित समय से बच्चे को पिकअप प्वाइंट पर ला सके. वहीं नगर में सात बजे सुबह के बाद नो इंट्री कायम है. इसके बावजूद नाे इंट्री में बड़े वाहन दोपहर तक चॉक रहे. जिससे आवागमन प्रभावित रहा. स्टेशन पर आने जाने वाले लोग वाहन छोड़कर पैदल भागते दिखे. वहीं विद्यालय के बसें भी इस जाम में फंसे रहे. इसके साथ ही नगर के गोलंबर टर्निंग प्वाइंट से पटना बक्सर फोरलेन पर भी जाम की शनिवार को गंभीर स्थिति बनी रही. जिससे विपरीत लेन में यात्री वाहनों के साथ ही छोटे वाहनों का संचालन हुआ. फोरलेन पर जाम भोजपुर तक रात्रि में ही कायम हो गया था. यह जाम बालू लदे वाहनों के कारण हुई. इन दिनों नगर में नो इंट्री जाेन होने के बावजूद सात बजे सुबह के बाद भी वाहनों का संचालन नगर के रास्ते हो रहा है. शनिवार को भी यह स्थिति दिखी. नगर के रास्ते आसानी से बालू के ट्रक तुरंत यूपी में प्रवेश कर जाते है. जिसके कारण काफी संख्या में बालू के ट्रक नगर में प्रवेश पर रोक के बावजूद भी संचालित हो रहे है. इस जाम के कारण कोलतार से तैयार स्टोन भी जाम के झाम में फंसा रहा. जिससे बनने वाली सड़क की गुणवत्ता पर भी असर पड़ना लाजिमी है. वाहनों का रूक-रूक कर होता रहा संचालन : नगर में रूक-रूक कर वाहनों का संचालन हो रहा है. जाम की स्थिति इतनी गंभीर थी कि नगर में वाहनों को एक किलोमीटर तय करने में घंटों समय लगा. जिसके कारण नगर के लोगों को परेशानी होने के साथ ही विद्यालय व अन्य वाहनों को संचालित होने में परेशनी हुई. यह परेशानी नगर के गोलंबर टर्निंग प्वाइंट एवं भरौली टर्निंग प्वाइंट पर जाम के कारण शनिवार को लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा. जाम को देखते हुए विद्यालय के वाहनों ने बच्चों के अभिभावकों को एक घंटे से डेढ़ घंटे तक विलंब से वाहनों के संचालन की सूचना ग्रुप के माध्यम से देनी पड़ी. जिससे के जाम को लेकर नगर के अभिभावक जान सकें. जाम के कारण नगर में दोपहर तक लोगों को जुझना पड़ा. वहीं यह परेशानी नगर के गोलंबर पर खबर लिखे जाने तक परेशानी कायम थी. फोरलेन पर तीन से चार लेन में वाहनों की जाम लगी हुई थी. एक किलोमीटर की दूरी तय करने में लगा रहा पांचे घंटे का समय : पटना-बक्सर फोर लेन पर जाम के कारण वाहनों को एक किलोमीटर की दूरी तय करने में पांच घंटे तक समय लगा. तेज गति व सुगम मार्ग के तहत बना फोरलेन वाहनों के लिए अभिशाप बन गया है. शनिवार को वाहनों की लंबी लाइन रात्रि से ही करीब 15 किलोमीटर दूर भोजपुर तक लाइन लगी हुई है. वहीं जाम फोरलेन पर वाहनों के पहले गोलंबर टर्निंग प्वाइंट को पार कर यूपी में प्रवेश करने के दौरान आपाधापी में कई स्तरों में वाहन खड़े हो गये. जिससे पूरी तरह से फोरलेन भी चॉक कर गया. इसके बाद यात्री वाहन बक्सर पटना लेन से बक्सर की ओर ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करते सीधे बक्सर गोलंबर पर पहुंच रहे है. वहीं इस दौरान ट्रैफिक पुलिस की सांठ गांठ से विपरीत लेन से बड़े वाहन भी पहुंच रहे है. जिससे नगर का गोलंबर टर्निंग प्वाइंट चॉक कर गया था. वहीं बड़े वाहनों को एक ही पंक्ति में चलने का निर्देश दिया गया है. इसके बावजूद ट्रक दूसरी ओर सड़क के किनारे खड़ा होकर पंक्ति में प्रवेश करने का इंतजार करते रहे. शनिवार को तीन से चार पंक्तियों में वाहन सज गये थे. जिससे परेशानी का सामना यात्री वाहनों, विद्यालय वाहनों को करना पड़ा. नो इंट्री जोन भी वाहनों के भार से कराहता रहा : नगर में नो इंट्री जोन लागू है. सुबह सात बजे से रात्रि के नौ बजे तक बड़े वाहनों को नगर में प्रवेश पर पुरी तरह से लागू है. जिसका पालन नहीं होने से नगर में यातायात की समस्या उत्पन्न हो रही है. नो इंट्री के बावजूद दिन के सात बजे के बाद भी नगर में बड़े वाहनों का प्रवेश दे दिया जाता है. वहीं शनिवार को नो इंट्री जोन में बालू लदे वाहनों की जाम लगी रही. दोपहर तक जाम की स्थिति कायम रही. जिससे नगर का यातायात व्यवस्था चॉक कर गया था. इसपर प्रशासन द्वारा कोई ध्यान नहीं है. प्रशासन से बालू लदे वाहनों को केवल फोरलेन से संचालित कराने का निर्देश है. नगर में प्रवेश पर पूरी तरह से प्रतिबंध है. इसके बावजूद नगर में बालू लदे वाहनों का प्रवेश जारी है. जिससे समस्या कायम हो रही है.
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