बक्सर. बिहार सरकार ने जब से 125 यूनिट तक मुफ्त बिजली मुफ्त करने की योजना लागू की है तब से जिले में घरेलू बिजली उपभोक्ताओं की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी होती जा रही है. सरकार की इस योजना का सीधा असर जिले में बिजली उपभोग के पैटर्न और नये कनेक्शनों की संख्या पर साफ दिखाई दे रहा है. जुलाई 2025 में घोषणा और अगस्त माह से लागू होने के बाद महज चार महीने में बक्सर जिले में घरेलू उपभोक्ताओं की संख्या बढ़कर 2 लाख 70 हजार 265 तक पहुंच गई है.वहीं, विभागीय आंकड़ों के अनुसार सितंबर 2024 में जिले में कुल नौ करोड़ आठ लाख यूनिट बिजली की खपत हुई थी, जबकि 2025 के सितंबर में यह खपत 9 करोड़ 80 लाख यूनिट हो गया है. यानी केवल एक वर्ष के अंतराल में लगभग 72 लाख यूनिट की अतिरिक्त खपत दर्ज की गयी. अधिकारियों का कहना है कि यह वृद्धि मुख्य रूप से घरेलू वर्ग में देखने को मिली है, जिसका सीधा संबंध मुफ्त बिजली योजना से जोड़ा जा रहा है.
एक परिवार से प्राप्त हो रहे कई आवेदन, विभाग ने शुरु की जांच : मुफ्त बिजली योजना की घोषणा के बाद बक्सर जिले में बड़ी संख्या में उपभोक्ताओं ने नए कनेक्शन के लिए आवेदन किया है. विभागीय रिकार्ड के अनुसार, 17 जुलाई से नवम्बर 2025 तक कुल 8095 नए घरेलू कनेक्शन के लिए आवेदन प्राप्त हुए. लेकिन जांच के दौरान कई मामलों में एक ही परिवार के सदस्यों द्वारा अलग-अलग नाम से नया कनेक्शन लेने का मामला सामने आया है. विभाग ने इस पर विशेष सतर्कता दिखाते हुए हर आवेदन की भौतिक जांच करायी. जांच के बाद लगभग 40 प्रतिशत आवेदन रद्द कर दिये गये. विभागीय अधिकारियों का कहना है कि योजना का उद्देश्य हर उपभोक्ता को राहत देना है, न कि किसी को अनुचित लाभ पहुंचाना.
ग्रामीण इलाकों में सबसे अधिक नए कनेक्शन के लिए प्राप्त हो रहे आवेदन : विभागीय आंकड़ों के अनुसार सबसे ज्यादा नए कनेक्शन ग्रामीण इलाकों से मिले हैं. विशेषकर डुमरांव, चौसा, राजपुर, ब्रह्मपुर और सिमरी प्रखंडों में कनेक्शन की मांग तेजी से बढ़ी है. ग्रामीण क्षेत्रों में अब हर घर तक बिजली पहुंच चुकी है, लेकिन फ्री यूनिट के प्रलोभन ने उन परिवारों को भी आवेदन करने को प्रेरित किया है जो पहले साझा कनेक्शन का उपयोग करते थे.
किस सब डिविजन से कितना आया आवेदन और कितना किया गया रद्द, सितंबर से आज तक
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सब डिवीजन आवेदन रद्द
बक्सर रूलर 1101 648
डुमरांव 962 563
इटाढ़ी 2150 1302
कोरानसराय 3113 1629
बक्सर शहरी 769 395
125 यूनिट फ्री बिजली के कारण खपत बढ़ी
विभागीय जानकारी के अनुसार योजना लागू होने के बाद उपभोक्ता अब बिजली का अधिक उपयोग कर रहे हैं. पहले जहां कई परिवार पंखा या वॉशिंग मशीन का कम इस्तेमाल करते थे, वहीं अब उन्हें बिजली बिल की चिंता नहीं रह गई है. विधुत विभाग के कार्यपालक अभियंता सूर्य प्रकाश सिंह ने बताया की योजना लागू होने के बाद औसत घरेलू उपभोग में 10 से 12 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. विभाग ने पहले से अनुमान लगाया था कि बिजली खपत बढ़ेगी, इसलिए ट्रांसफार्मर क्षमता और वितरण लाइन की मॉनिटरिंग भी बढ़ा दी गयी है. इस बढ़ी खपत के बावजूद विभाग का कहना है कि बिलिंग व्यवस्था में सुधार आया है. उपभोक्ताओं की संख्या बढ़ने से राजस्व आधार विस्तारित हुआ है, जो उपभोग 125 यूनिट से अधिक करते हैं, उनसे शुल्क वसूला जा रहा है, जिससे वित्तीय संतुलन बना हुआ है.
सितंबर में 72 लाख यूनिट अधिक खपत का रिकार्ड : विभागीय आंकड़ों के अनुसार, सितंबर 2024 में जिले में कुल 9 करोड़ 8 लाख यूनिट बिजली खर्च हुई थी, जबकि सितंबर 2025 में यह आंकड़ा नौ करोड़ 80 लाख यूनिट तक पहुंच गया. यह अब तक का सबसे बड़ा अंतर माना जा रहा है.
फ्री बिजली योजना बना चर्चा का विषय : गांव से लेकर शहर तक यह योजना आम चर्चा में है. कई परिवार इस योजना को घर की राहत बता रहे हैं. इससे ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली उपभोग को लेकर मानसिकता में बदलाव आया है. पहले जहां लोग बिजली बचाने के लिए बल्ब बंद रखते थे, अब वे आवश्यक उपकरणों का उपयोग सहजता से कर पा रहे हैं. संगीता देवी ने कहा कि अब 125 यूनिट तक तो चिंता ही नहीं रहती. इससे हमारे घर का पंखा, बल्ब, मिक्सर सब चल जाता है. बिल बहुत कम आता है.
किस सब डिविजन में सितंबर से पहले कितना था उपभोक्ता और अब कितना है
सब डिविजन सितंबर माह से पहले उपभोक्ता की संख्या आज तक उपभोक्ता की संख्या
बक्सर रुलर 33290 36030
डुमराव 46696 49121
इटाढ़ी 56744 64273
कोरानसराय 87851 95132
बक्सर शहरी 24914 25709
क्या कहते हैं अधिकारी
घरेलू नया कनेक्शन के लिए अगर आवेदन करते हैं, तो विभाग के द्वारा स्थलीय जांच किया जाता है कि आपके परिवार को नाम पर पूर्व से कोई कनेक्शन तो नहीं है़ अगर पूर्व से कोई कनेक्शन है, तो नया कनेक्शन के लिए कोर्ट से बंटवारा कर कागज देना होगा. नहीं तो आवेदन रद कर दिया जायेगा.
सूर्य प्रकाश सिंह, कार्यपालक अभियंता, विद्युत विभाग
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