डुमरांव. वीर कुंवर सिंह कृषि महाविद्यालय, डुमरांव में 15 दिवसीय प्रमाण पत्र कोर्स के तहत कृषि उपादान विक्रेताओं के लिए समेकित पोषक तत्व प्रबंधन विषय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसका उद्घाटन कृषि महाविद्यालय के प्राचार्य, डॉ पारस नाथ ने किया. जबकि कार्यक्रम का संचालन डॉ प्रियंका रानी ने किया. इस अवसर पर महाविद्यालय के वैज्ञानिक डॉ जितेंद्र सिंह व अन्य भी मौजूद रहे, कार्यक्रम में विभिन्न जिलों में बक्सर, रोहतास, कैमूर, भोजपुर, औरंगाबाद, पटना के 60 किसान व कृषि उपादान विक्रेता एकत्रित हुए, जिन्हें 15 दिवसीय प्रमाण पत्र कोर्स कार्यक्रम के तहत समेकित पोषक तत्व प्रबंधन पर प्रशिक्षण दिया जाना है. यह कोर्स विशेष रूप से उन कृषि उपादान विक्रेताओं के लिए उपयोगी है जो कृषि उपादान बेचने के लिए लाइसेंस प्राप्त करना चाहते हैं. इस कार्यक्रम के दौरान, महाविद्यालय के प्राचार्य ने उन्हें उर्वरकों के न्यायसंगत उपयोग एवं सही ब्रांडिंग वाले उत्पाद बेचने की सलाह दी और उनसे आशा जताई की यह प्रशिक्षण उनके लिए उपयोगी साबित होगी. वहीं इस महत्वपूर्ण उत्सव के संदर्भ में नोडल पदाधिकारी, डॉ सुमन लता ने कहा कि समेकित पोषक तत्व प्रबंधन एक ऐसा माध्यम है जिसमें हम रासायनिक उर्वरकों के साथ साथ जैविक खाद का उपयोग करके मिट्टी की उर्वरता बढ़ा सकते है जिससे पर्यावरणीय क्षरण को कम किया जा सकता है. उन्होंने यह भी कहा की कृषि उपादान विक्रेता ही किसानों और वैज्ञानिकों के बीच की कड़ी है जो इस विषय की महत्ता किसानों तक पंहुचा सकते हैं. यह कार्यक्रम न केवल किसानों के लिए बल्कि पूरे कृषि समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा, इस उद्घाटन समारोह ने किसानों व कृषि उपादान विक्रेताओं में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार किया.
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