बक्सर
जिले में एक अप्रैल से शुरु हुई गेहूं की खरीदारी शुरु है. मगर 19 दिन बाद भी जिले के मात्र 55 किसानों से ही सरकारी क्रय केंद्रों पर कुल 201 एमटी गेहूं की खरीदारी की गयी है. गेहूं की खरीदारी धीमी है. सरकारी क्रय केंद्रों पर खरीदे गए गेहूं की कीमत उन सभी किसानों के खाते में भेज भी दिया गया है. किसानों से 2425 रुपये प्रति क्विंटल गेहूं किसानों से खरीदा जा रहा है. इस वित्तीय वर्ष में कुल 6137 एमटी गेहूं खरीदने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. गेहूं की खरीदारी के लिए जिले में कुल 133 क्रय केंद्र खोले गए हैं. जिसमें आठ व्यापार मंडल और 125 पैक्स क्रय केंद्र चिन्हित किए गए हैं. सरकारी आंकड़े के अनुसार जिले में कुल 99322.94 हजार हेक्टेयर में गेहूं की खेती की गयी है.. सरकारी दर पर गेहूं बेचने के लिए अब तक कुल 837 किसानों ने ऑनलाइन आवेदन किया है. जिसमें रैयत किसानों की संख्या 614 व गैर रेयत किसानों की संख्या 123 है. अभी तक सबसे ज्यादा नावानगर प्रखंड में गेहूं सरकारी बेचने के लिए अब तक कुल 222 किसानों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया है. जबकि इटाढ़ी में 150, चौसा में 68, ब्रह्मपुर में 28, बक्सर में 21, चक्की में 13, चौगाईं में तीन, डुमरांव में 94, केसठ में पांच, राजपुर में 82 और सिमरी में 52 किसानों ने ऑनलाइन आवेदन किया है. सरकारी दर से ज्यादा राशि देकर प्राइवेट दुकानदार किसानों से खरीद रहे गेहूं : दरअसल किसानों से गेहूं की खरीदारी प्राइवेट दुकानदार ज्यादा राशि देकर उनके खेतों से ही गेहूं की खरीदारी कर रहे हैं. किसानों के खेतों से ही प्राइवेट दुकानदार 2500 रुपये लेकर 2600 रुपये प्रति क्विटंल की दर से गेहूं की खरीद रहे हैं. जिस कारण सरकारी क्रय केंद्र पर गेहूं पहुंच नहीं रहा है. किसानों का कहना है कि सरकारी रेट से ज्यादा पैसेा देकर व्यापारी गेहूं खरीद रहे हैं. गेहूं की खरीदारी में तेजी लाने का निर्देश : अभी इसी सप्ताह सहकारिता विभाग के अधिकारियों के साथ जिलाधिकारी ने बैठक कर गेहूं की खरीदारी में तेजी जाने का निर्देश जारी किया था. बैठक में शत-प्रतिशत निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने की बात कहीं गयी थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है