बक्सर : जिनके कंधे पर पूरे कार्यालय की जिम्मेदारी है, वही जब समय से ऑफिस नहीं पहुंचे थे, तो औरों की बात करना बेमानी होगा. जी हां हम बात कर रहे हैं जिला कृषि विभाग की. बाजार समिति रोड स्थित जिला कृषि कार्यालय में जब प्रभात खबर की टीम गुरुवार को पहुंची. उस समय दिन के 11 बजे रहा था.
Advertisement
साहब नदारद, कार्यालय में सन्नाटा
बक्सर : जिनके कंधे पर पूरे कार्यालय की जिम्मेदारी है, वही जब समय से ऑफिस नहीं पहुंचे थे, तो औरों की बात करना बेमानी होगा. जी हां हम बात कर रहे हैं जिला कृषि विभाग की. बाजार समिति रोड स्थित जिला कृषि कार्यालय में जब प्रभात खबर की टीम गुरुवार को पहुंची. उस समय दिन […]
मगर ऑफिस में उस समय झाड़ू लगाया जा रहा था. नाजिर संजय कुमार सफाई कार्य का खुद मॉनीटरिंग कर रहे थे. पूछने पर कहते हैं कि स्टॉप की तबीयत खराब हो गयी थी. इसलिए विलंब से झाड़ू लगाया जा रहा है. हालांकि जिला कृषि विभाग के ग्राउंड फ्लोर पर स्थित कमरों में झाल दिखायी दे रहा था, जैसे लग रहा हो कई माह से सफाई नहीं करायी गयी हो. वहीं नीचे पूछताछ के लिए बनाये गये काउंटर पर कुर्सियां खाली दिखी.
सीढ़ियों से जैसे ही प्रभात खबर की टीम ऊपर पहुंची तो जिला कृषि पदाधिकारी का कार्यालय कक्ष बंद मिला. कमरे में ताला लटक रहा था. वहीं जिला कृषि पदाधिकारी के ठीक सामने वाले कमरे में भी ताला लटक रहा था. बाहर कुर्सी पर बैठे चपरासी जनार्दन ने पूछने पर कहा कि साहब कब आयेंगे? पता नहीं है.
आने की कोई जानकारी भी नहीं है. मगर जैसे ही चपरासी को यह पता चला कि मीडिया वाले पहुंचे हैं तो उन्होंने बगल के प्रशासनिक भवन में घुसकर हस्ताक्षर पंजिका पर हाजिरी लगाने वाले लिपिक सुनील कुमार से कहा कि मीडिया वाले आये हुए हैं. आप लोग अपनी हॉजिरी बना लीजिए. हालांकि जो लोग उस समय तक कार्यालय पहुंचे थे वे लोग हॉजिरी भी बना लिये थे.
प्रशासनिक भवन में काम कर रहे लिपिक राकेश कुमार अपने काम में व्यस्त दिखे. वे दवा की दुकान का लाइसेंस लेने पहुंचे अमित कुमार से बातचीत करने में मशगूल थे. बातचीत के दौरान लिपिक ने अमित कुमार को सलाह दी कि दवा दुकान के लिए लाइसेंस का चालान कटवा लीजिये, नहीं तो 12 अक्तूबर को इसके लिए निर्धारित समय सीमा समाप्त हो जायेगा. वहीं एक और किसान अपनी दवा की दुकान का रेनुवल कराने पहुंचा था.
जिला कृषि पदाधिकारी ने कहा कि कमिश्नर की बैठक में आये हैं भाग लेने जिला कृषि पदाधिकारी कृष्णानंद चक्रवर्ती ने समय पर दफ्तर नहीं पहुंचने की बात पूछे जाने पर कहा कि गुरुवार को वे पटना में कमिश्नर की बैठक में भाग लेने आये हुए हैं. रही बात कार्यालय में कार्यरत चौदह कर्मचारियों की तो हमारे यहां मात्र सात कर्मचारी ही नियुक्त हैं, जिसमें पांच लिपिक हैं और दो प्यून हैं. यदि किसी कर्मचारी ने यह आंकड़ा आपको बताया है तो गलत है. पूरी जानकारी बैठक से वापस आने पर देंगे.
विकास के सहारे ही टिका है विभाग
जिला कृषि विभाग में विकास के सहारे ही विभाग की महत्वपूर्ण योजनाएं टिकी है. मगर सबसे मजेदार बात तो यह है कि विकास की नियुक्ति विभाग में नहीं है. न ही वे संविदा पर कार्यरत हैं, बल्कि वे जिला कृषि पदाधिकारी के रहमोकरम पर विभाग की बागडोर संभाले हुए हैं.
यह हम नहीं बल्कि लिपिक सुनील कुमार कह रहे हैं. सुनील कुमार ने बताया कि जिला कृषि विभाग में कार्यरत कुल चौदह कर्मचारियों में दस कर्मचारी गुरुवार को कार्यालय आये थे, जिसमें एक कर्मचारी हॉजिरी बनाकर कुछ जरूरी काम के लिए पटना निकल गये.
शेष 4 कर्मचारी सुबह 11 बजे तक कार्यालय नहीं पहुंचे थे. नाजिर बाबू कार्यालय तो पहुंचे थे मगर बिना हॉजिरी बनाये सफाई काम में जुटे थे. लिपिक की मानें तो विभाग में पांच लिपिक का पद है, एक नाजिर का और एक बड़ा बाबू का. सभी पद पर कर्मचारी नियुक्त हैं. इसके अलावे संविदा पर कार्यरत दो कंप्यूटर ऑपरेटर से भी विभागीय काम करवाया जाता है.
माप निरीक्षक की कुर्सी खाली मिली
जिला कृषि विभाग में अधिकांश शाखाओं के कार्यालय में सन्नाटा था. ग्राउंड फ्लोर पर स्थित विधिक माप निरीक्षक का कार्यालय तो खुला मिला, मगर चौंकाने वाली बात यह रहा कि माप निरीक्षक की कुर्सी खाली मिली.
बगल के कार्यालय में कार्यरत कर्मचारी गणेश प्रसाद ने यह पूछने पर कि कुल कितने दुकानों का निरीक्षण अब तक किया गया है, जवाब देते हुये कहा कि यह तो अफसर ही बता पायेंगे. इसके बाद उन्होंने अपने मोबाइल से सीधे से माप निरीक्षक को फोन बात कराया. बातचीत में माप निरीक्षक ने कार्यालय नहीं आने के पीछे तर्क दिया कि बुधवार को मूर्ति विसर्जन के दौरान ड्यूटी लगाये जाने के कारण तबीयत खराब हो जाने के कारण ऑफिस नहीं पहुंच पाये हैं.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement