बक्सर : जिले में अवैध खनन व अवैध रूप से ईंट भट्ठा चलानेवाले संचालकों पर प्रशासन अब सख्त हो गया है. अवैध खनन रोकने के लिए छापेमारी दल का गठन किया गया है, ताकि अवैध खनन को पूरी तरह से रोका जा सके. वहीं, ईंट भट्ठा संचालकों को नोटिस भेजा गया है, ताकि जिन ईंट भट्ठा संचालकों ने पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण पर्षद से उत्सर्जन से स्वीकृति नहीं लिया है. वे तत्काल स्वीकृति ले लें या ईंट भट्ठा चिमनी को बंद कर दें.
बगैर स्वीकृति के चलने पर ईंट भट्ठा संचालक पर कानूनी कार्रवाई करते हुए जुर्माना वसूला जायेगा. इसके साथ ही टैक्स जमा करने के लिए भी नोटिस भेजा गया है. शीघ्र टैक्स जमा करने का निर्देश दिया गया है. अवैध खनन व ईंट भट्ठा संचालकों पर छापेमारी करने का निर्देश सीओ तथा थानाध्यक्ष को दिया गया है.
बालू के खनन पर रोक : प्रशासन के अनुसार जिले में 14 घाटों पर बालू का खनन होता है, जिसमें नौ घाटों पर बालू के खनन पर पूरी तरह से रोक लगा दिया गया है. वहीं, पांच बालू घाटों से पर्यावरण स्वीकृति की मांग की गयी है. इसके लिए शो-कॉज भी किया गया है. बालू के खनन पर एक जुलाई से लेकर अक्तूबर माह तक रोक लगी है. इसके साथ ही निर्देश दिया गया है कि जिले में कहीं पर भी बालू से लदे वाहन दिखाई, तो उसकी पूरी जांच करें. जिसमें वाहन का परिवहन रसीद, चालान आदि की जांच की जाये. यदि पर्याप्त कागजात नहीं मिलें, तो वाहन को जब्त करते हुए कानूनी कार्रवाई की जाये. इसके साथ अवैध खनन रोकने के लिए छापेमारी करने का भी निर्देश दिया गया है.
ईंट भट्ठा संचालकों पर सख्ती : जिले में करीब 130 ईंट भट्ठा चल रहे हैं, जिसमें अभी तक महज चालीस ईंट भट्ठा संचालकों ने खनन टैक्स जमा किया है. जबकि अन्य ने अभी तक टैक्स जमा करने के लिए कोई भी आवेदन नहीं है. टैक्स जमा नहीं करनेवाले चिमनी मालिकों को नोटिस भेजा गया है. यदि टैक्स जमा नहीं करते हैं, तो उन पर छापेमारी करते हुए चिमनी को बंद करते हुए राशि वसूली जायेगी. साथ ही अधिकतर ईंट भट्ठा संचालकों ने पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण पर्षद से उत्सर्जन से स्वीकृति नहीं ली है. सभी को स्वीकृति पत्र देने का निर्देश दिया गया है. साथ ही सीओ व थानाध्यक्ष को निर्देश देते हुए कहा कि ऐसे स्थानों पर छापेमारी करें.
जरूरी कागजात जमा करें
अवैध खनन व ईंट भट्ठा संचालकों को नोटिस भेजा गया है, ताकि सभी कागजात को समय रहते जमा कर दें. यदि कागजात जमा नहीं होता है, तो कार्रवाई की जायेगी.
अनुपम सिंह, प्रभारी खनन पदाधिकारी, बक्सर