Bihar News: सारण जिले के जलालपुर प्रखंड के बंगरा मौजा में एक हाई टेक तकनीक वाला डेयरी प्लांट बनने जा रहा है. राज्य मंत्रिपरिषद की मंगलवार की बैठक में इस परियोजना के लिए 15.5 एकड़ जमीन स्थायी रूप से और मुफ्त में बिहार के पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग को सौंपने का निर्णय लिया गया. यह जमीन पहले शिक्षा विभाग के पास थी. इस डेयरी प्लांट से दूध और दूध से बनने वाले चीजों की बिक्री बढ़ेगी, जिससे स्थानीय किसानों की आमदनी में इज़ाफा होगा और नए रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे. विशेषज्ञों के अनुसार यह परियोजना बिहार को डेयरी क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक अहम कदम साबित होगी.
देश-विदेश तक डेयरी प्रोडक्ट होंगे सप्लाई
विशेषज्ञों का कहना है कि जलालपुर में बनने वाला यह डेयरी प्लांट जिले में दूध और दुग्ध उत्पादों की मात्रा और क्वालिटी दोनों को बढ़ाएगा. इससे किसानों और पशुपालकों की आमदनी में भी बढ़ोतरी होगी. चूंकि यह प्लांट एक्सपोर्ट ओरिएंटेड है, यहां तैयार दूध और डेयरी प्रोडक्ट देश और विदेश के बाजारों में भेजे जा सकेंगे. इससे सारण जिले और पूरे बिहार की आर्थिक स्थिति को मजबूती मिलेगी.
रोजगार के खुलेंगे रास्ते
इस परियोजना से स्थानीय स्तर पर हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा. डेयरी, पैकेजिंग, मार्केटिंग, ट्रांसपोर्ट और अन्य सेवाओं में काम बढ़ेगा. किसानों को दूध का सही मूल्य मिलेगा और लोगों को शुद्ध डेयरी उत्पाद आसानी से उपलब्ध होंगे. इससे ग्रामीण इकॉनमी को नई ताकत मिलेगी.
जमीन ट्रांसफर के बाद शुरू होगा निर्माण कार्य
अभी तक सारण में कोई बड़ा डेयरी प्लांट नहीं है.राज्य सरकार का मानना है कि ऐसी प्रोजेक्ट से बिहार डेयरी उत्पादन में आत्मनिर्भर बनेगा और देश के मुख्य राज्यों में शामिल हो सकता है. जलालपुर में बनने वाला यह डेयरी प्लांट सारण जिले के विकास में महत्वपूर्ण साबित होगा. जमीन ट्रांसफर पूरी होते ही निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद है, जो आने वाले समय में क्षेत्र की इकोनॉमी को मजबूत करेगा.
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