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Bihar News: आरा. लंबे समय से सरकारी खरीद का इंतजार कर रहे किसानों का आक्रोश खेत पर फूट पड़ा, जब उन्होंने विरोध के तौर पर धान जलाकर अपनी नाराजगी जाहिर की. प्रदर्शन कर रहे किसानों का कहना है कि कटनी के बावजूद पैक्स के माध्यम से धान की खरीद शुरू नहीं की गई, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति दिन-ब-दिन बदतर होती जा रही है. आक्रोशित किसानों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि अगले दस दिनों के भीतर धान की खरीद नहीं हुई तो वे सड़क पर धान रखकर उसे जलाएंगे और उस पर आत्मदाह जैसा कठोर कदम उठाने को मजबूर होंगे. किसानों की इस चेतावनी ने प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की चिंता बढ़ा दी है. प्रदर्शन के दौरान किसानों ने पैक्स अध्यक्ष के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और उन पर जानबूझकर धान खरीद में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया. सभी आक्रोशित किसान भोजपुर जिले के पीरो प्रखंड अंतर्गत नारायणपुर पंचायत के वैसाडीह गांव के है.
धान की खरीदारी नहीं कर रहे पैक्स
गांव के 87 वर्षीय बुजुर्ग किसान राधा मोहन उपाध्याय ने बताया कि उनके 2000 से अधिक जनसंख्या वाले गांव में 1377 मतदाता है. हर साल 1200 एकड़ में खेती होती है. इस बार भी हुई है. करीब 8000 क्विंटल धान हुआ है जो खुले आसमान के नीचे पड़ा हुआ है. यहां पैक्स अध्यक्ष चितरंजन सिंह धान की खरीदारी नहीं कर रहे है, जिससे किसान काफी परेशान है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी बोलते है कि ना खायेंगे, ना खाने देंगे. सरकारी सिस्टम किसानों के खून को चूस लेता है. किसानों की दुर्दशा क्यों हो रही है. यहां के सरकारी सिस्टम पूरी तरह फेल है. यहां बिचौलिया हावी है,उनके माध्यम से गोदामों में बोरे भरे जा रहे है.
1800 रुपया का रेट दे रहे व्यापारी
किसान राकेश ने बताया कि पिछले 15 दिनों से काटकर खान खलिहान में रखा हुआ है, लेकिन धान लेने वाला कोई नहीं है. व्यापारी 1800 रुपया का रेट दे रहे है. वही रेट पैक्स अध्यक्ष भी दे रहे है. दोनों के द्वारा किसानों का शोषण किया जा रहा है. हमारी मांग है कि भारत सरकार एवं बिहार सरकार के सहकारिता विभाग त्वरित कार्रवाई करते हुए किसानों का धान की खरीदारी करे. अगर समय सीमा के अंदर धान नहीं खरीदाएगा तो खलिहान में रखे धान को सड़क पर रखकर आग लगा देंगे और उसी आग में कूदकर आत्मदाह कर लेंगे. मजबूर किसान आत्मदाह ही कर सकता है.
पैक्स अध्यक्ष धान नहीं ले रहे
उप मुखिया निशांत कुमार उपाध्याय ने कहा कि यहां के पैक्स अध्यक्ष धान नहीं ले रहे है. सभी किसानों के खेत से धान काटकर बीस दिनों से खलिहान में रखा हुआ है. बिचौलिया के माध्यम से दो तीन लोगों का धान लिया गया है. बाकी किसानों को छोड़ दिया गया है. जब हमलोग बीसीओ साहब से शिकायत किए तो वो बोले कि आपलोग पैक्स अध्यक के पास जाइए. जब पैक्स अध्यक्ष के पास गए तो वो झूठा आरोप लगाकर पुलिस को बुला दिए.
किसान दे रहे ये चेतावनी
उपमुखिया ने चेतावनी दिया है कि समय के अंदर धान की खरीदारी नहीं होती है तो सभी किसान भाई 8000 क्विंटल धान सड़क पर रखकर आग लगा देंगे और परिवार के साथ दाह संस्कार कर लेंगे. हमलोगों ने पीरो एसडीओ से लिखित आवेदन देकर शिकायत भी दर्ज कराई है. उसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है. हमारी मांग है कि पैक्स अध्यक्ष की जांच की जाए। उपमुखिया ने आरोप लगाया है कि बाहरी लोगों से धान लिया गया है.
मौत का जिम्मेदार सिस्टम होगा
किसान अनिल उपाध्याय ने धमकी देते हुए कहा कि हमारी मौत के जिम्मेदार सिस्टम होगा, क्योंकि पैक्स अध्यक्ष के द्वारा किसानों का धान नहीं लिया जा रहा है. जाने पर झूठे मामलों में फंसाने की धमकी दी जा रही है. प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है. अंत में हमलोग क्या करेंगे, धान में आग लगाएंगे फिर उसी पर सो कर आत्मदाह कर लेंगे. पैक्स अध्यक्ष के द्वारा कहा जा रहा है 1800 की रेट पर धान लेंगे और अप्रैल में पैसा देंगे. बिचौलियों के माध्यम से बाहरी लोगों से धान लो जा रही है.
मार्च में होगी खरीद
राकेश उपाध्याय ने बताया कि पैक्स अध्यक्ष के द्वारा मार्च के महीने में धान की खरीदरी की जाएगी. खलिहान में धन सड़ रहा है. सभी अधिकारियों से शिकायत के बावजूद भी अभी तक धान अधिप्राप्ति की कार्रवाई नहीं की जा रही है. 8 बिगहा में हमने खेती किया था. ऐसा लग रहा है कि धान खरीद नहीं होने पर सब बर्बाद हो जाएगा. खेत से ही हमारा पूरा परिवार का पालन पोषण होता है.
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