आरा : यूपी के मेरठ से गिरफ्तार पाक जासूस एजाज उर्फ कलाम का अजिमाबाद से कनेक्शन के बाद अजिमाबाद के लोग सतर्क हो गये हैं. सबसे पहले अजिमाबाद का नाम तब प्रकाश में आया था जब बोधगया के महाबोधी मंदिर में ब्लास्ट हुआ था . उस वक्त एनआइए की टीम सदाम नामक युवक को खोजते हुए यहां तक पहुंची थी. इसके बाद एजाज का यहां से कनेक्शन के खुलासे ने गांव के लोगों को पूरी तरह से चौंका दिया.
अब ग्रामीण किसी तरह के नये उलझन में नही पड़ना चाहते हैं. इसके लिए एक टीम तैयार की गयी है जो आने-जाने वाले रिश्तेदारों व बाजार तथा गांव में फेरी करने वालों पर नजर रखेगी . बाहर का कोई रिश्तेदार गांव किसी के यहां आता है तो उसकी सूचना टीम के सदस्यों को देनी होगी . ऐसा नहीं करने वालों के खिलाफ टीम कार्रवाई करेगी. टीम इस सूचना को स्थानीय पुलिस को भी मुहैया करायेगी .
बाहर से सामान बेचने आनेवालों पर गांव में लगी रोक : अजिमाबाद के ग्रामीण अब कोई जोखिम मोल लेना नहीं चाहते हैं. एजाज की घटना के बाद आसपास में गांव की साख गिरी हैं.बाहर से समान बेचने गांव में आने वाले लोगों पर रोक लगा दी गयी है. टीम के सदस्य बिना पहचान पत्र देखे किसी को भी गांव में जाने नहीं दे रहे हैं. एजाज निकाह के बाद कुछ दिन तक कपड़ा का व्यवसाय किया था .जिससे उस क्षेत्र के इस धंधे में शामिल लोगों से अच्छी पहचान बन गयी थी .
ग्रामीण सलीम ने बताया कि इस तरह की घटना से गांव की बदनामी होती हैं. इसे देखते हुए गांव के लोगों ने यह फैसला लिया है. उसने बताया कि एजाज की गिरफ्तारी के बाद से आइएसआइ के नेटवर्क का रोज खुलासा हो रहा हैं . वहीं हम लोग यह भी पता करने में लगे हैं कि एजाज के संपर्क में कौन-कौन लोग थे .
स्थानीय पुलिस भी रख रही है नजर : स्थानीय पुलिस शमशेर के परिवार पर पूरी तरह से नजर रखे हुए है . इसके पहले पुलिस ने उसके घर जाकर एजाज तथा बाबर के बारे में जानकारी ली थी . वहीं शमशेर और उसके परिवार के बैंक खाते के संबंध में पूछताछ की थी . अजिमाबाद के ज्यादा लोग रोजी- रोटी की तलाश में विदेश तथा सउदी में रहते हैं .