विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर ताला जड़ कर सभी ने की नारेबाजी
संवाददाता, आरा
स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर के परीक्षा परिणाम में अधिकांश छात्रों को प्रोमोटेड किये जाने के खिलाफ आक्रोशित पीजी के छात्रों ने वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में हंगामा किया. इससे विवि में अफरातफरी का माहौल कायम हो गया. छात्रों ने विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर ताला जड़ विवि प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. छात्रों का कहना था कि जारी प्रथम सेमेस्टर का परीक्षा परिणाम काफी खराब है. विवि प्रशासन छात्र/छात्रओं के भविष्य को संकट में डाल रहा है. प्रदर्शन करनेवालों में अर्चित पांडेय, शिशिर पांडेय, सुष्मिता, श्वेता, रवि, रिंकू, पूजा, सनी कुमार सिंह, पंकज कुमार, पीयूष राज, सुधीर कुमार, सुमन, पल्लवी, प्रिंयका, विजेता, सुषमा,प्रीति, रागिनी, चेतना, निधि, आभा, धर्मेद्र, प्रतिभा, धीरेंद्र, संतन, अभय कुशवाहा, संदीप सहित सैकड़ों छात्र शामिल थे.
आइसा ने किया समर्थन
त्रुटिपूर्ण रिजल्ट के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों का आइसा ने समर्थन किया. आइसा से जुड़े छात्रों एवं नेताओं ने पीजी छात्रों के साथ मिल कर अविलंब रिजल्ट सुधार करने की मांग की. प्रदर्शन को संबोधित करते हुए आइसा जिलाध्यक्ष सब्बीर कुमार ने कहा कि विवि के सभी पीजी विभागों का परीक्षा परिणाम खराब है. अधिकांश छात्र प्रोमोटेड हैं. विश्वविद्यालय प्रशासन छात्र/छात्रओं के प्रति संवेदनहीन है. एकेडमिक कैलेंडर काफी पीछे चल रहा है. इसमें सुधार करने की कोई ठोस पहल नहीं की जा रही है.
ज्यादा छात्र हुए प्रोमोटेड
122 छात्रों में महज 17 छात्र ही पास है. यह आंकड़ा सिर्फ स्नातकोत्तर समाज शास्त्र विभाग का है. पीजी सेमेस्टर वन की हुई परीक्षा में इस विभाग के 122 छात्रों में महज 17 छात्र ही उत्तीर्ण हो सके र्है. बाकी सभी छात्र प्रोमोटेड हैं. इसके अलावे अर्थशास्त्र, इतिहास, अंगरेजी, गणित, भूगोल समेत सभी विषयों में अधिकांश छात्र प्रोमोटेड है. समाजशास्त्र के छात्रों के साथ मिल कर इन सभी विभागों के छात्रों ने प्रदर्शन किया. यही नहीं समाजशास्त्र विभाग के छात्रों ने पीजी सेकेंड सेमेस्टर की ली जा रही आंतरिक परीक्षा का भी बहिष्कार कर दिया. इससे परीक्षा रद्द कर दी गयी. छात्रों का कहना था कि अच्छे ढंग से परीक्षा देने के बाद भी कम अंक प्राप्त हुए है, जिससे वे प्रोमोटेड हो गये हैं.
परीक्षा नियंत्रक ने की वार्ता, मिला आश्वासन
प्रदर्शन कर रहे छात्रों से विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉ जयनारायण सिंह एवं साइंस डीन डॉ रामतवक्या सिंह ने वार्ता की और मांगों को पूरा करने का लिखित आश्वासन दिया. इसके बाद छात्र शांत हुए.अधिकारियों ने अपने लिखित आश्वासन में कहा है कि पीजी सेमेस्टर वन के छात्रों को परीक्षा फल प्रकाशन पर असंतोष है, उनके अनुसार परीक्षा फल में कम अंक प्राप्त हुए हैं. इसका समाधान परीक्षा समिति के माध्यम से एक सप्ताह के अंदर उचित निर्णय ले कर दिया जायेगा.