संझौली(रोहतास) : प्रखंड क्षेत्र से गुजरने वाली काव नदी का पानी फिर कई घरों में घुस गया है. काव नदी कैमूर पहाड़ी से निकल राजपुर, संझौली व बिक्रमगंज प्रखंड के कई गांवों के समीप से होकर गुजरती है.
संझौली सहित सीमावर्ती क्षेत्र बेनसागर, चिरैडिह व खैराडीह सहित कई स्थानों पर बाढ़ का पानी से घिर चुका है. काव नदी में बाढ़ आ जाने से सैकड़ों हेक्टेयर में लगी धान की फसल पानी में डूब गयी. इससे किसान काफी चिंतित हैं.
कहां से आता है नदी में पानी
कैमूर पहाड़ी सहित अन्य क्षेत्रों में जब-जब भारी बारिश होती है, तब-तब काव नदी विकराल रूप ले लेती है. इससे खेतों में लगी धान व सब्जी की फसल बरबाद होती रही है.
निकासी नहीं होने से समस्या
क्षेत्रीय लोगों की मानें तो काराकाट प्रखंड के इटढ़यिा गांव के पास काव नदी में बना बांध व बांध में लगा सुलीस है. इसे सिंचाई करने के उद्देश्य से करीब 46 वर्ष पूर्व बनाया गया था. लेकिन, कुछ लागों द्वारा अनुचित लाभ लेने के उद्देश्य से सुलीस बंद कर देने से नदी के पानी की निकास नहीं होने से यह विकराल रूप ले लेती है. इसके चलते इटढ़यिा से लेकर राजपुर प्रखंड के कुशधर, सुअरा तक सैकड़ों हेक्टेयर में लगी धान की फसल बरबाद होती रहती है.