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सीएस कार्यालय में की तालाबंदी
छात्र राजद ने अस्पताल के खिलाफ खोला मोरचा, जाम की सड़क सदर अस्पताल में व्याप्त कुव्यवस्था और मरीजों के समुचित इलाज न होने को लेकर जन प्रतिनिधि व सामाजिक कार्यकर्ता एकजुट होने लगे हैं. स्वास्थ्य विभाग द्वारा बेहतर व्यवस्था दिये जाने के बाद भी लोगों को समुचित इलाज का लाभ नहीं मिल रहा है. इसे […]
छात्र राजद ने अस्पताल के खिलाफ खोला मोरचा, जाम की सड़क
सदर अस्पताल में व्याप्त कुव्यवस्था और मरीजों के समुचित इलाज न होने को लेकर जन प्रतिनिधि व सामाजिक कार्यकर्ता एकजुट होने लगे हैं. स्वास्थ्य विभाग द्वारा बेहतर व्यवस्था दिये जाने के बाद भी लोगों को समुचित इलाज का लाभ नहीं मिल रहा है.
इसे लेकर वार्ड पार्षद सह हम के जिला संयोजक अमरेंद्र कुमार के नेतृत्व में सीएस कार्यालय में तालाबंदी कर धरना प्रदर्शन किया गया. साथ ही कुव्यवस्था को लेकर अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की गयी. वहीं दूसरी तरफ छात्र राजद के नेताओं ने सड़क जाम कर सीएस कार्यालय के समक्ष नारेबाजी की. साथ ही पांच सूत्री मांगों का ज्ञापन भी सीएस को सौंपा गया.
आरा : सदर अस्पताल में ऑक्सीजन के अभाव में महिला की हुई मौत का मामला दिन-प्रतिदिन तुल पकड़ते जा रहा है. इसे लेकर वार्ड पार्षद अमरेंद्र कुमार तथा वार्ड पार्षद सह प्रदेश महासचिव रालोसपा के डॉ जितेंद्र शुक्ला के नेतृत्व में सोमवार को सीएस कार्यालय में तालाबंदी की गयी.
लोग सीएस कार्यालय के समक्ष धरने पर बैठ गये. इस दौरान नेताओं ने कहा कि अस्पताल प्रशासन अपने कार्यशैली में सुधार नहीं लाता है, तो चरणबद्ध आंदोलन किया जायेगा. वहीं अमरेंद्र कुमार ने बताया कि अस्पताल में सारी व्यवस्थाएं मौजूद होने के बावजूद भी लोगों का समुचित इलाज नहीं हो पा रहा है. यह अस्पताल के लिए काफी शर्म की बात है. डॉक्टर मरीजों को देखते ही रेफर करने की बात कह कर इतीश्री कर लेते हैं. वहीं जितेंद्र शुक्ला ने कहा कि सदर अस्पताल असामाजिक तत्वों का अड्डा बन गया है.
चारों तरफ दलालों का बोलबाला है. इधर छात्र राजद के नेताओं ने भी ऑक्सीजन के अभाव में हुई महिला के मौत को लेकर सदर अस्पताल के समीप सड़क जाम कर यातायात को बाधित कर दिया. वहीं सीएस कार्यालय के समक्ष जम कर नारेबाजी करते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की.
इधर जाम रहने के कारण सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गयी, जिससे यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. छात्र राजद नेता भीम कुमार ने कहा कि अस्पताल प्रशासन के लापरवाही के कारण महिला की मौत हुई है.
सीएस को सौंपा गया ज्ञापन
सदर अस्पताल के सीएस डॉ एसके अमन को पांच सूत्री मांगों का एक ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें लिखा गया है कि ऑक्सीजन के इंचार्ज कौन थे. ब्लड बैंक में किसकी ड्यूटी थी. मरीजों का खाना व अस्पताल की साफ-सफाई, डॉक्टर की उपस्थिति सुनिश्चित, एंटी रैबीज की सूई की उपलब्धता सुनिश्चित कराने, रोगी कल्याण समिति का प्रभार नहीं सौंपे जाने समेत पांच सूत्री मांग शामिल है.
मांगों पर नहीं हुई कार्रवाई, तो होगा आंदोलन : अमरेंद्र
सदर अस्पताल में कु व्यवस्था को लेकर आवाज उठाने वाले अमरेंद्र कुमार ने सीएस को दिये ज्ञापन में कहा कि अगर सात दिनों के अंदर अस्पताल में सभी प्रकार की व्यवस्थाएं उपलब्ध नहीं करायी जाती है, तो चरणबद्ध आंदोलन किया जायेगा. उन्होंने कहा कि आरा का सदर अस्पताल आइएसओ से मान्यता प्राप्त है.
स्वास्थ्य विभाग के हर माह करोड़ों रुपये खर्च हो रहे है. फिर भी मरीजों का समुचित इलाज नहीं हो रहा है. दिये गये ज्ञापन में सात दिनों के अंदर कार्रवाई नहीं होती है, तो चरणबद्ध आंदोलन करने के लिए बाध्य हो जायेंगे.
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