आरा : वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय परिसर में आइसा के छात्रों ने जमकर प्रदर्शन किया. छात्रों ने पांच अप्रैल को रद्द की गयी बीएड सत्र 2017-19 की परीक्षा की तिथि घोषित करने व जल्द से जल्द रिजल्ट को प्रकाशित करने को लेकर कुलपति के खिलाफ नारे लगाये. छात्रों के उग्र रैवये को देखते हुए प्रशासनिक भवन में मौजूद सुरक्षा गार्डों ने मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया.
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रद्द की गयी बीएड की परीक्षा लेने के लिए आइसा का प्रदर्शन
आरा : वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय परिसर में आइसा के छात्रों ने जमकर प्रदर्शन किया. छात्रों ने पांच अप्रैल को रद्द की गयी बीएड सत्र 2017-19 की परीक्षा की तिथि घोषित करने व जल्द से जल्द रिजल्ट को प्रकाशित करने को लेकर कुलपति के खिलाफ नारे लगाये. छात्रों के उग्र रैवये को देखते हुए प्रशासनिक […]
इस कारण घंटों कार्य बाधित रहा. डीएसडब्लू डॉ केके सिंह, प्रॉक्टर डॉ शिवपरसन सिंह व परीक्षा नियंत्रक डॉ सिद्धेश्वर नारायण सिंह ने छात्रों को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया. प्रॉक्टर ने बताया कि 18 जून तक जांच कमेटी अपनी रिपोर्ट को सौंप देगी. इसके बाद इस पर निर्णय होगा.
वहीं परीक्षा नियंत्रक डॉ. सिद्धेश्वर नारायण सिंह ने दीक्षांत समारोह के बाद परीक्षा की तिथि प्रकाशित करने की बात कही. आइसा के कार्यकर्ताओं ने कहा कि एक तरफ विश्वविद्यालय सत्र को नियमित करने के लिए लगातार परीक्षाओं का संचालन कर रहा है, बिना वर्ग संचालित किये छात्रों का दाखिला लेकर परीक्षाओं का आयोजन किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर बीएड सत्र 2017-19 प्रथम वर्ष का रिजल्ट अब तक जारी नहीं किया गया है.
पांच अप्रैल को जैन कॉलेज में प्राचार्य व शिक्षकों के द्वारा छात्र-छात्राओं के साथ दुर्व्यवहार किया गया. इसका विरोध छात्रों द्वारा किये जाने पर कॉलेज प्रशासन द्वारा आनाकानी की गयी. इसकी वजह से जैन कॉलेज का परीक्षा केंद्र छात्रों के आक्रोश के भेट चढ़ गया. आइसा कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय के संवेदनहीन रवैये के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
इसके बाद एक सभा हुई. जिला सह सचिव रंजन ने कहा कि वीर कुंवर सिंह विवि के इतिहास में लेटलतीफी वर्तमान दौर की पहचान बन गयी है. आरा के इस एकमात्र विश्वविद्यालय से पूरे शाहाबाद के लाखों छात्रों का भविष्य तय होता है. विश्वविद्यालय छात्र-छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है. सत्र नियमित नहीं होने का खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ रहा है.
परीक्षा का संचालन नहीं होने से टीइटी और एसटीइटी की परीक्षा से वंचित हो रहे हैं छात्र : आइसा जिलाध्यक्ष पप्पू ने कहा कि विश्वविद्यालय में यह नियम बन गया है कि आप कुछ भी बिना आंदोलन को प्राप्त नहीं कर सकते हैं. सत्र विलंब होने के कारण टीइटी और एसटीइटी की परीक्षाओं से छात्र वंचित हो रहे हैं.
हमलोगों के लगातार आंदोलन के फलस्वरूप विश्वविद्यालय ने बीएड सत्र 2017-19 के प्रथम वर्ष की परीक्षा आयोजित करायी थी, लेकिन एक पेपर की परीक्षा रद्द कर दी गयी है. अब हालत यह है कि उस एक पेपर का परीक्षा अभी तक नहीं कराया गया है. इसकी वजह से रिजल्ट प्रकाशित करने में विलंब हो रहा है. मौके पर जिला सचिव सबीर, सह सचिव अभिषेक, राकेश, पंचानंद पाठक, प्रतिज्ञा साधना, अंशु राज, चंदन, सुशील, अजीत, रविकांत, अंबर, अनूप व सोनू सहित दर्जनों छात्र मौजूद थे.
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