टीएमबीयू के रजिस्ट्रार प्रो रामाशीष पूर्वे ने शनिवार को बयान जारी कर कहा की पेंशनर अमरेंद्र झा अपने निजी स्वार्थ के लिए आये दिनों मीडिया में गलत बयान दे रहे हैं. कहा कि खुद अमरेंद्र झा गलत तरीके से ज्यादा भुगतान लिये हैं, इसलिए ऐसे मामलों में सख्ती की गयी है. ज्यादा भुगतान मामले में अमरेंद्र झा से रिकवरी का आदेश भी दिया गया है. रजिस्ट्रार ने कहा कि अमरेंद्र का अभी तक पीवीसी नहीं आया है. लिहाजा नियमतः उन्हें 90 फीसदी पेंशन का ही भुगतान किया गया है. शेष 10 फीसदी पेंशन की राशि का भुगतान पीवीसी आने के बाद ही हो पायेगा, लेकिन अमरेंद्र झा गलत तरीके से नियम के विरुद्ध 100 फीसदी भुगतान के लिए विश्वविद्यालय पर दबाव बना रहे हैं, जो नियम के विरुद्ध है. कहा कि अमरेंद्र का आरोप तथ्यहीन और सत्य से परे है. उनके द्वारा पेंशनरों की संचिका मामले में अखबारों में लगातार दिये जा रहे बयान और राष्ट्रपति को त्राहिमाम संदेश भेजने की धमकी को सत्य से परे बताया है. लगाये जा रहे आरोप सरासर झूठा, गलत व अनर्गल है. जबकि हकीकत है की अमरेंद्र झा द्वारा दिये गये फैमिली पेंशनरों की संख्या 13 में से आठ को भुगतान कर दिया गया है. जबकि पांच पेंशनरों के भुगतान का आदेश कुलपति द्वारा पूर्व में ही दिया गया है. अगले सप्ताह तक उनका भी भुगतान कर दिया जायेगा. बावजूद अमरेंद्र झा द्वारा विश्वविद्यालय प्रशासन पर गलत आरोप मढ़ना दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है. कहा कि रक्षाबंधन की छुट्टी के दिन भी विवि खोल कर काम निष्पादित किया गया. रजिस्ट्रार डॉ रामाशीष पूर्वे ने कहा कि अमरेंद्र झा अपनी आदतों से बाज नहीं आते है, तो बाध्य होकर उनके खिलाफ मानहानि व कानूनी कार्रवाई की जा सकती है. पेंशनरों के साथ की बैठक
कुलपति प्रो जवाहर लाल तीन पेंशनरों डॉ जिलोका, डॉ विनोद कुमार वर्मा व मारवाड़ी कॉलेज के पूर्व प्रभारी प्राचार्य डॉ शिव प्रसाद यादव के संचिका को लेकर बैठक की. उक्त तीनों लोगों का पेंशन से संबंधित फाइल का निष्पादन किया गया. बैठक में रजिस्ट्रार, एफओ ब्रज किशोर प्रसाद, पीआरओ डॉ दीपक कुमार दिनकर सहित पेंशन शाखा के प्रभारी रंजीत कुमार आदि कर्मी मौजूद थे.
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