पीबीएस काॅलेज के प्राचार्य के वित्तीय अधिकार पर राेक लगा दी गयी है, जिस कारण कॉलेज का काम बंद हो गया है. विवि का कहना है कि प्राचार्य काॅलेज में निर्माण सहित अन्य कार्याें की फाइल मांगने के बाद भी नहीं भेज रहे हैं.
भागलपुर
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पीबीएस काॅलेज के प्राचार्य के वित्तीय अधिकार पर राेक लगा दी गयी है, जिस कारण कॉलेज का काम बंद हो गया है. विवि का कहना है कि प्राचार्य काॅलेज में निर्माण सहित अन्य कार्याें की फाइल मांगने के बाद भी नहीं भेज रहे हैं. इधर, प्राचार्य ने कहा कि राशि फिक्स्ड डिपाेजिट करने की विवि से अनुमति नहीं मिली ताे प्रस्ताव वापस ले लिया. कार्याें की फाइल भी बढ़ाई गयी है. काॅलेज के कर्मियाें ने छात्राें से मिलने वाले शुल्क से जुड़े कॉर्पस अकाउंट की राशि फिक्स्ड डिपाेजिट करने का प्रस्ताव प्राचार्य काे दिया था. काॅलेज के कार्यालय ने दलील दी थी कि इस अकाउंट में जमा राशि से काॅलेज काे कम ब्याज मिलता है. अगर इसे फिक्स्ड डिपाेजिट कर दिया जाए ताे ब्याज ज्यादा मिलेगा और काॅलेज में विकास के कार्य तेजी से हाेंगे. तब इस अकाउंट में 3 कराेड़ 88 लाख रुपए थे. प्राचार्य ने इसमें से 3 कराेड़ रुपए फिक्स्ड डिपाेजिट करने की सहमति दी. साथ ही विवि काे इसका प्रस्ताव भेजा था. बताया गया कि इसके बाद ही विवि ने जांच कमेटी बनाकर काॅलेज भेजा था. मामले काे लेकर रजिस्ट्रार प्राे रामाशीष पूर्वे ने बताया कि इसी वजह से प्राचार्य के वित्तीय अधिकार पर राेक लगा दी गयी. अब प्राचार्य से काॅलेजाें में हाेने वाले कार्याें की फाइल मांगी जा रही है, लेकिन वह दे नहीं रहे हैं. इधर, प्राचार्य अरविंद कुमार साह ने बताया कि विवि ने अनुमिति नहीं दी ताे राशि फिक्स्ड डिपाेजिट नहीं की गयी. रही बात काम की फाइल की ताे फाइलें आगे की प्रक्रिया के लिए विवि काे बढ़ाई गयी हैं. बाकी जाे भी बातें कही जा रही हैं, सब गलत है.
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