निलेश प्रताप, घोघा
पन्नूचक्र में जगत जननी माता शीतला महारानी प्रांगण में हर साल रामनवमी पर लोग अपनी कामना माता को सुनाते हैं और मां उसे पूरा कर देती हैं. मनोकामना पूर्ण होने पर महिलाएं 11 गोइठे की आंच पर मिट्टी के बर्तन में दूध व अरवा चावल का खीर बनाती हैं. उबलते दूध का बर्तन से गिरना पूजा पूर्ण होने का संकेत है. महिलाएं दूध उफन कर बर्तन से गिरने का इंतजार करती हैं. महिलाएं उफनते दूध में अरवा चावल डाल खीर बना मां को भोग लगाती है. सैकड़ों वर्षों से यह परंपरा चली आ रही है. घोघा के आसपास पीरपैंती के बाखरपुर, मधुबन महादेव टीकर, हरदेवचक्र, कहलगांव के लगमा सिया, सबौर के इंग्लिश, कटिहार के मनिहारी, साहिबगंज झारखंड के श्रद्धालु काफी संख्या में पहुंचते हैं. यहां धूमधाम से चैती नवरात्र पर मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित होती है. तीन दिवसीय मेला लगता है. मेला समिति के अध्यक्ष जनार्दन मंडल ने बताया कि मंदिर से लोगों की गहरी आस्था है. बाहर से आने वाले माता भक्तों के ठहरने, भोजन की व्यवस्था पूजा समिति करती है. रात में ग्रामीण स्तर पर नाटक का मंचन होता है. भक्तों को कोर्ई परेशानी नहीं हो, इसके लिए ग्रामीण स्तर से पूजा कमेटी सहयोग करती है.मां दुर्गा के नौवें रूप सिद्धिदात्री की हुई पूजा
कहलगांव चैती नवरात्र की महानवमी पर शहर के हटिया स्थित दुर्गा मंदिर सहित प्रखण्ड के अन्य दुर्गा मंदिरों में दुर्गा के नौवें रूप मां सिद्धिदात्री की पूजा हुई. इस के साथ नौ दिवसीय नवरात्र संपन्न हो गया. कई जगह पर कन्या पूजन किया गया. मंदिरों में स्थापित मां दुर्गा को खोइछा चढ़ाने काफी संख्या में महिलाओं की भीड़ लगी रही. संध्या समय में माता की महाआरती की गयी.तीन घंटा विलंब से निकली शोभयात्रा
सुलतानगंजरामनवमी को लेकर सुलतानगंज में शोभायात्रा निकालने के पूर्व पुलिस प्रशासन के डीजे पर पूर्ण प्रतिबंध व जिला प्रशासन के निर्देश को लेकर शोभायात्रा में डीजे नहीं निकाले जाने को लेकर प्रशासन के निर्देश के बाद शोभा यात्रा में शामिल युवाओं ने डीजे संचालन की मांग करने लगे. कृष्णगढ़ चौक समीप सड़क पर बैठ दर्जनों से अधिक कार्यकर्ता डीजे नहीं, तो जुलूस नहीं की मांग करने लगे. मौके पर विधायक प्रो ललित नारायण मंडल, नप मुख्य पार्षद राजकुमार गुड्डू, थानाध्यक्ष विवेक कुमार जायसवाल, पुलिस पब्लिक शांति समिति अध्यक्ष दीपांकर प्रसाद सहित दर्जनों लोग बैठक कर बिहार सरकार से जारी गाइडलाइन का पालन करते हुए जुलूस निकालने की बात कही. लोगों की मांग को देखते हुए मौके पर मौजूद पदाधिकारी ने छोटा साउंड सिस्टम बजा कर शोभायात्रा निकालने की अनुमति दी, जिससे शोभायात्रा तीन घंटा विलंब से निकली.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है