जय-जय शनिदेवा, जय-जय शनिदेवा..उक्त भजन से एमपी द्विवेदी रोड स्थित प्राचीन शनि मंदिर व आसपास के क्षेत्रों में प्रात: व शाम को गुंजायमान होता रहा. रविवार को शनि मंदिर में दो दिवसीय भगवान शनिदेव का जन्मोत्सव का समापन हो गया. प्रात: साढ़े चार बजे से ही श्रद्धालुओं की भीड़ लगनी शुरू हो गयी थी. प्रधान पुजारी परमेश्वरानंद काला बाबा के संचालन में श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की. शंख व घंटे की मधुर लहरी से मंदिर का वातावरण गुंजायमान हो रहा था. श्रद्धालुओं ने नारियल, तेल, काला तिल का भोग लगाया और शनिदेव से कष्ट निवारण की कामना की.यहां पर शनि साहित्य के जानकारों का जमघट लगा रहा. मंदिर परिसर की छवि अलौकिक लग रही थी. काला बाबा ने कहा कि शनि जन्मोत्सव में शनिदेव का पूजन एवं स्मरण करने से धन व समृद्धि की वृद्धि होती है और हर दु:ख से छुटकारा मिलता है. सेवक प्रकाश शर्मा ने कहा कि यदि शनि भक्त या कोई भी व्यक्ति शिव शिष्य शनि देव महाराज के दस नाम का जाप सुबह-शाम को करें तो उनके सारे दु:खों का अंत हो जाता है. शाम को महाआरती कार्यक्रम हुआ. इसके बाद भजन-कीर्तन का कार्यक्रम चलता रहा. मंदिर सेवक संजय शर्मा, प्रकाश शर्मा, धर्मेंद्र कुमार वर्मा, राकेश भगत, सुरेश शर्मा, यादव संघ के अध्यक्ष अभिषेक कुमार यादव, दीपक कुमार आदि उपस्थित थे. इधर गोलाघाट स्थित शनिदेव मंदिर व सीसी मुखर्जी लेन रोड में भी शनिदेव का पूजन हुआ. शहर के विभिन्न स्थानों पर स्थित शनिदेव का पूजन-अर्चना हुई.
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