पीरपैंती परसबन्ना पंचायत स्थित मध्य विद्यालय नारायणपुर में मंगलवार की सुबह लगातार आठ छात्र-छात्राएं बीमार हो गये. विद्यालय में प्रार्थना के वक्त कक्षा चार की सूफी प्रवीण और कक्षा पांच की नाजिया खातून अचानक उल्टी करने लगे. उल्टी करते देख प्रार्थना के वक्त मौजूद दूसरे बच्चों में हड़कंप मच गयी. दोनों बच्चों के परिजन को बुला कर घर भेजा दिया गया. कक्षा में जब शिक्षक इनामुल बच्चों को पढ़ा रहे थे, उस समय कक्षा सप्तम की सानिया खातून, महजबीना खातून, मनीष कुमार, अजीज, शहंशाह व अशरफ बेहोश होने लगे. सानिया खातून व महजबीना खातून बेहोश होकर गिर गयी. बच्चों के बेहोश होने पर प्रधानाध्यापक गोपाल कुमार परिजनों को बुला बच्चों की छुट्टी कर दी. परिजन सानिया को रेफरल अस्पताल ले गये. करीब एक घंटे की इलाज के बाद होश आया. होश आने पर सानिया खातून ने बताया कि क्लास रूम में शिक्षक पढ़ा रहे थे. अचानक मुझे चक्कर आया और बेहोश होकर गिर गयी. मेरे पहले कई बच्चों की तबीयत खराब हो चुकी थी. इस प्रकार की बीमारी कभी नहीं हुई है. परिजनों ने बताया कि बच्चे स्कूल आये थे. अचानक स्कूल से फोन आया कि आपके बच्चे की तबीयत खराब है, घर लेकर जाइये. हम लोग स्कूल पहुंच कर अपने-अपने बच्चों को इलाज के लिए पीरपैंती रेफरल अस्पताल ले गये. परिजनों ने शिक्षक पर आरोप लगाया कि बच्चे बेहोश होकर पड़े थे, लेकिन शिक्षक अस्पताल नहीं लेकर गये. प्रधानाध्यापक गोपाल कुमार ने कहा कि प्रार्थना के वक्त दो बच्चे बीमार हुए थे. दोनों बच्चों को घर भेज दिया गया. अचानक एक बच्ची बेहोश हुई, तो उसके परिजन को सूचना दी. एक बच्चे को बेहोश देख दूसरे बच्चे बोलने लगे कि मेरी भी तबीयत ठीक नहीं है. चिकित्सक डॉ नीरज कुमार ने बताया कि दो बच्चे इलाज कराने आये थे. खाने पीने से होने वाली बीमारी है. फिलहाल सब बच्चे स्वास्थ हैं.
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