रामनवमी, चैती दुर्गा और ईद पर्व को लेकर शनिवार को सन्हौला थाना परिसर में शांति समिति की बैठक हुई. बैठक में सदस्यों से पदाधिकारियों को जानकारी मिली कि बैलगडीया में विवादित जमीन पर ईद की नमाज की तैयारी चल रही है. एक दिन पूर्व पलवा गांव के मस्जिद से इस बात की सूचना लाउडस्पीकर से प्रसारित की गयी. पलवा, मुर्गीयाचक, बखड़ा और टनकमास के एक समुदाय के लोग इसकी तैयारी कर रहे थे. इसको लेकर एक कमेटी बनायी गयी है, ताकि इस कार्यक्रम को अंतिम मुकाम तक पहुंचाया जा सके. इसकी सूचना प्रशासन को थी. बैठक में थानाध्यक्ष चंदन कुमार और सीओ रजनीश चंद्र राय ने स्पष्ट रूप से कहा कि किसी भी सूरत में विवादित जमीन पर ईद की नमाज नहीं होने दी जायेगी, इसके लिए जो भी कार्रवाई करने की आवश्यकता होगी की जायेगी. उन्होंने उपस्थित लोगों से अपील की है कि पूर्व में जहां नमाज पढ़ते थे, वहीं नमाज पढ़ा जाय. प्रशासन नहीं चाहता है कि ईद जैसे खुशी के मौके पर कोई सांप्रदायिक विवाद हो. बैठक में उपस्थित लोगों ने भी इस पर विरोध किया. पदाधिकारी ने कहा कि इस जमीन पर अगर ईद की नमाज पढ़ना है तो वरीय पदाधिकारी से आदेश लेना होगा. पदाधिकारी ने लोगों से शांतिपूर्वक ईद ओर रामनवमी पर्व मनाने की अपील की. बैठक में चैती दुर्गा पूजा को लेकर जानकारी ली गयी. बताया गया कि थाना क्षेत्र के ताड़र खुर्दमुडी और महियामा गांधी मैदान में मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर पूजा की जाती है. इस अवसर पर मेला का आयोजन किया जाता है. दुर्गा पूजा के लिए कलश स्थापना तीन अप्रैल को होगा. प्रतिमा का विसर्जन आठ अप्रैल को होगा. पदाधिकारी ने कहा कि इसके लिए अनुज्ञप्ति लेना आवश्यक है. बिना अनुज्ञप्ति के पूजा नहीं होगी. बैठक में मुखिया मुन्ना मंडल, विजय मंडल, अजय मंडल, गोपाल मंडल, मो बदरुद्दीन उपस्थित थे.
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