बहुजनों ने एससी-एसटी उपवर्गीकरण के खिलाफ अन्य मांगों के पक्ष में एकजुट आवाज बुलंद की है. इस आवाज को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार अनसुना नहीं करे. उक्त बातें वक्ताओं ने बुधवार को सामाजिक न्याय आंदोलन, बहुजन स्टूडेंट्स यूनियन, बिहार फूले-आंबेडकर युवा संघ, अखिल भारतीय दुसाध उत्थान परिषद आदि के संयुक्त तत्वावधान में स्टेशन चौक पर आयोजित सभा में आमलोगों को संबोधित करते हुए कही.
बंद की अगुआई सामाजिक न्याय आंदोलन(बिहार) के रामानंद पासवान, बिहार फुले-अंबेडकर युवा मंच के डॉ अमित, अखिलेश्वर पासवान, उदय शंकर चौधरी, वीरेंद्र गौतम, ईं एसएन ठाकुर, अर्जुन शर्मा, सोहिल दास, सत्यनारायण, बहुजन स्टूडेंट्स यूनियन के सोनम, प्रवीण यादव, विष्णु दास, संजीव कुमार पासवान, मुकेश, चंदन ने किया.
राणा कुमार और अजय ने कहा कि एससी, एसटी और ओबीसी में जो पीछे छूट रहे हैं, उसका कारण गरीबी एवं उच्च शिक्षा का अभाव है. शिक्षा के अवसर बढ़ाने और गरीबी दूर करने की जरूरत है. इन सवालों को उपवर्गीकरण के जरिए हल नहीं किया जा सकता है. मोदी सरकार नयी शिक्षा नीति-2020 को खत्म करे और सबको समान व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की गारंटी करे. इस मौके पर सोहिल दास, परमानंद चौधरी, सत्यनारायण, मुकेश दास, अर्जुन शर्मा, रिंकु यादव, प्रवीण यादव, विष्णु दास, रीना कुमारी, रंजना मरांडी, सुभाष रजक,अखिलेश्वर पासवान, सुरेश पासवान, विष्णुदेव दास, नवल किशोर गौतम, गंगा दास, विजय दास, दिलीप कुमार दास, अनिल दास, राम रतन राम, योगेन्द्र दास, पुरुषोत्तम दास, गोपाल चौधरी, विनोद पासवान, योगेश कुमार, सियाराम रजक, प्रो संजय रजक, अनिल दास, मिथुन दास, रविन्द्र दास, रमण साह आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है