पथ परिवहन निगम भागलपुर प्रतिष्ठान में अब बसों की कमी नहीं है. दर्जनों बसों आयी हैं, जिसमें महिलाओं के लिए पिंक बस भी शामिल है. इन बसों को रखने के लिए शेड छोटा पड़ गया है. परिसर में जहां-तहां बसें खड़ी की जा रही है. सबसे बड़ी बात यह है कि इन बसों के सफाई के लिए पानी की भी पर्याप्त व्यवस्था नहीं है.
– पुरानी बसों में कैमरा बंद, नयी बसों में कैमरा तो चल रहा, लेकिन रिकार्डिंग नहीं
पथ परिवहन निगम की बसों में यात्री की सुरक्षा के मद्देनजर कैमरे लगाये गये हैं. परिसर से चल रही पुरानी बसों के सभी कैमरे बंद पड़े हुए हैं. कई बार ठीक कराने की बात की गयी, लेकिन ठीक हुए नहीं. इधर, कुछ माह पहले आयी नयी बसों में दो कैमरे लगे हुए हैं. कैमरा दुरुस्त भी है. चालक के सीट के बगल में छोटा सा स्क्रीन लगा हुआ है, जिसमें कैमरा चल रहा है कितनी सीट पर यात्री बैठे हैं सब दिखता है. लेकिन रिकार्डिंग नहीं हो रहा है. रिकार्डिंग सिस्टम चल नहीं है.– चालक के गेट के सामने का शीशा भी टूटा
दो नयी बसों में चालक के गेट के सामने वाला एक शीशा भी टूटा हुआ है. जिससे रात में चालक को बस चलाने में परेशानी होती है. अभी ठंड का समय हैं. चालक के साथ टूटे शीशा से हवा पास होता है जिससे यात्रियों को भी परेशानी होती है. बस में साफ- सफाई की स्थिति भी भगवान भरासे. बस के अंदर व बाहर गंदा रहता है. बस के बाहरी भाग पर धूल भरा रहता है, लेकिन देखना वाला कोई नहीं है.
– क्या कहते हैं क्षेत्रीय प्रबंधक
पथ परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक पवन कुमार शांडिल्य ने कहा कि नयी बसों के सारे कैमरे काम कर रहे हैं. उन कैमरे से रिकार्डिंग हो रही है या नहीं इसकी जानकारी लेते हैं. रिकार्डिंग जरूरी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

