– चुनाव लड़ने की दावेदारी पेश करने वाले दावेदारों के लिए 15 दिन का ही समय
ललित किशोर मिश्र ,भागलपुरदुर्गापूजा के बाद किसी भी दिन विधानसभा चुनाव की तिथि घोषित हो सकती है. टिकट के दावेदारों का जुगत लगाना जारी है. शहर के चौक चौराहे से लेकर गली मोहल्ले तक नेताओं के होर्डिंग का जाल सा बिछ गया है. होर्डिंग्स के जरिये नेता अपनी टिकट की दावेदारी को मजबूती दे रहे हैं. होर्डिंग्स से प्रतीत होता है कि भाजपा में टिकट के दावेदारों की भरमार है.नेता यह जान रहे हैं कि कुछ दिन बाद चुनावी तारीख की घोषणा होते ही सारे होर्डिंग उतर जायेंगे. दुर्गा पूजा मां के दर्शन करने उन्हें होर्डिंग्स के माध्यम से पहचान लें. अगर टिकट मिल गया तो प्रचार करने के दौरान लोग झट से पहचान ले. चुनाव लड़ने के दावेदार के पास 15 दिन का ही समय है कि वो जनता व पार्टी नेताओं के बीच अपनी मजबूत दावेदारी पेश कर पाये.
– अमित शाह का आगमन दे रहा है राजनीति संकेत
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का 27 सितंबर को भागलपुर आगमन कुछ नयी राजनीति के संकेत दे रहा है. चुनाव के पहले सूबे में इस तरह की बैठक करना मजबूत व ठोस रणनीति का संकेत माना जा रहा है. पार्टी अपने हर एक सीट पर सटीक प्लान तैयार कर रही है. यहां लगभग 14 जिलों के विधानसभा के पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे. चर्चा यह भी है कि बैठक में ही गृहमंत्री शाह नेताओं व पार्टी पदाधिकारियों की नब्ज टटोलेंगे. –ये नेता कर रहे हैं अपनी दावेदारी
इस चुनाव में में अपनी दावेदारी पेश करने वाले कई नेता उभर का सामने आये हैं. भाजपा में चुनाव लड़ने की चाहत रखने वालों में पूर्व प्रत्याशी रोहित पांडे, पवन मिश्रा, अर्जित शाश्वत चौबे, मेयर डाॅ बसुंधरा लाल, भाजपा जिलाध्यक्ष संतोष कुमार, प्रशांत विक्रम सहित कई नेता हैं. लेकिन एक पूर्व मंत्री के भागलपुर से चुनावी लड़ने की चर्चा बहुत तेज है. हालांकि, पूर्व मंत्री का कहना है कि भागलपुर से कौन होगा प्रत्याशी इसका फैसला पार्टी नेतृत्व करता है. –डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

