नृत्य दिवस पर खास
= मूल रूप से नेपाल के रहने वाले कालीचरण थापा ने भागलपुर में कालिया के रूप में बनायी पहचान= कालिया के डांस को देख कर अधिकांश लोग नहीं समझ पाये कि यह एक पुरुष कलाकार हैंऋषव मिश्रा कृष्णा, भागलपुर
आज जब दुनियाभर में हिप हॉप, लिरिकल, फ्रीस्टाइल और फ्यूजन स्टाइल के नृत्यों पर महफिलें सजती हैं, तब भी भागलपुर के कालिया के ठुमके लोग भुला नहीं पाये हैं. आज भी लोगों के मानस में कालिया के नृत्य की प्रस्तुतियां बसी हुई हैं. उन प्रदर्शनों की यादें लोगों को मन ही मन में मचलने को मजबूर कर देती हैं. वर्षों तक तो लोगों को यह पता भी नहीं था कि कालिया पुरुष हैं. वजह भी थी. फिल्मी नायिकाओं के नृत्य को मंच पर हूबहू उतार देना और महिला के रूप में उनका मेकअप देख कोई विश्वास ही नहीं कर पाते थे कि यह प्रस्तुति किसी पुरुष फनकार की है. भले ही आज कालिया 76 वर्ष के हो चुके हैं लेकिन अभी भी उनके मंच पर कदम रखते ही जैसे वक्त थम जाता है. वही लचक, वही मुस्कान, वही दीवानगी. आज भी कालिया महीने में 08 से 12 कार्यक्रमों में शिरकत करते हैं.मूल रूप से नेपाल के हैं कालिया
भागलपुर के कंपनीबाग निवासी कालिया का पूरा नाम कालीचरण थापा उर्फ कालिया है. वे मूल रूप से नेपाल के रहने वाले हैं. कालिया के पिता स्व लालबहादुर थापा तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में नाइट गार्ड की नौकरी करते थे. कोई औपचारिक तालीम नहीं, कोई गुरू नहीं. कालिया ने मुमताज की फिल्मों व अन्य फिल्मों को देख कर नृत्य सीखा. 11 साल की उम्र से लौंडा नाच के मंच पर आये और फिर पीछे मुड़ कर नहीं देखा. पहले एकल प्रस्तुति करते थे फिर अपना डांस ग्रुप बना लिया. जिसमें कालिया के साथ सगे भाई वीरू (अब इस दुनिया में नहीं) और मौसेरा भाई विजय विक्टर की जोड़ी ने युगल गीतों के रिकॉर्डिंग डांस से रंगमंच पर खूब धमाल मचाया. 1970 से लेकर 1990 के दशक में कालिया का ऐसा क्रेज था कि लोग कालिया का नृत्य देखने को बेताब रहते थे.शत्रुघ्न सिन्हा की फिल्म में आइटम नंबर के ऑफर को ठुकरा दिया था कालिया
वर्ष 1983 में आयी शत्रुघ्न सिन्हा स्टारर फिल्म कालिका में एक आइटम नंबर के लिए वर्ष 1981 में कालिया को ऑफर आया था. कालिया कहते हैं कि उस वक्त उन्हें एक दिन की भी फुरसत नहीं थी, इसलिए उन्होंने आइटम नंबर के लिए न कह दिया था. कालिया कहते हैं कि इससे पहले भी उन्हें कुछ फिल्म निर्माताओं ने मुंबई में काम देने की बात कहते हुए मुंबई बुलाया था, वे मुंबई के लिए रवाना भी हुए लेकिन आधे रास्ते से घूम आये.मुमताज की तस्वीर पर फूल चढ़ाते थे कालिया
कालिया के लिए बॉलीवुड अभिनेत्री मुमताज उनके लिए देवी के समान है. वह उनकी तस्वीर को अपने घर में रखते थे और रोजाना उनकी तस्वीर पर फूल चढ़ाते थे. आज भी कालिया की आंखों में मंच की चमक और नृत्य के प्रति दिवानगी बरकार है.बचपन की शादी टूट गयी, तो नहीं की दोबारा शादी
कालिया बताते हैं कि बचपन में उसके घरवालों ने उसकी जबरदस्ती शादी करा दी थी. जिससे नाखुश होकर वह घर से भाग गये और तीन साल बाद घर लौटे, तो उसकी शादी टूट गयी. इसके बाद वह नृत्य में इस कदर मशगूल हुआ कि शादी भी नहीं की. वर्तमान में कालिया कंपनीबाग स्थित अपने घर में मौसेरे भाई विजय विक्टर के साथ रहते हैं. पिछले दिनों एक कार्यक्रम में सहरसा जाने के दौरान हुए सड़क हादसे में कालिया घायल हो गये. जिसमें उनके सीने में जख्म आयी है. वे फिलहाल अपनी बहन के यहां खगड़िया में रह कर इलाज करवा रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है