-पर्यटक अब आ सकेंगे सैर करने, गंगा आरती व मेडिटेशन की सुविधा भी मिलेगीभागलपुर का पहला रिवर फ्रंट आकर्षण का केंद्र बनने लगा है. दरअसल, यह प्रोजेक्ट पूरी हो गयी है और आम लोगों के लिए खोल भी दिया गया है. इसके पूरा होते ही पुल घाट का स्वरूप बदल गया है. शहरवासी ही नहीं, पर्यटक भी अब सैर करने आ सकेंगे. गंगा तटवर्ती क्षेत्र से डॉल्फिन देख सकेंगे. स्मार्ट सिटी में करीब 169.25 करोड़ रुपये की लागत से 1.1 किमी लंबा रिवर फ्रंट बना है. बाढ़ का दर्द झेल रहे इस प्रोजेक्ट को पूरा होने में भले ही देरी का सामना करना पड़ा लेकिन, अब यह लोगों को आकर्षित करने लगा है.
रिवर फ्रंट में यह मिलेगी सुविधा
बरारी घाट का सौंदर्यीकरण, विकसित नदी का तट, तटबंध, नदी तट पर जाने के लिए प्लेटफार्म, रिवर फ्रंट वाकिंग, जागिंग और मेडिटेशन स्पेस, गंगा आरती के लिए प्लाजा आधारित मंच, सुरक्षित घाट, शौचालय, वाशरूम, पीने का पानी, रोशनी की व्यवस्था, पहुंच पथ, पार्किंग स्थल, कूड़ेदान चारदीवारी, रेलिंग, फुटपाथ रिटेनिंग वाल व अन्य.
भैरवा तालाब का फंसा पेच, अभी स्मार्ट सिटी और एजेंसी के बीच वार्ता बाकी
भैरवा तालाब के सौंदर्यीकरण का पेच अभी फंसा है. स्मार्ट सिटी और एजेंसी के बीच अभी वार्ता होना बाकी है. स्मार्ट सिटी कंपनी का दावा है कि एजेंसी तालाब के ऊपरी इलाके में काम कर रही है लेकिन, तालाब में वह अबतक काम शुरू नहीं किया है. एजेंसी से वार्ता की जायेगी. इधर,भैरवा तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए डेडलाइन दिसंबर निर्धारित किया गया है. यानी, पूरे क्षेत्र को विकसित करने के लिए स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने दिसंबर तक की डेडलाइन तय की है. इस पर खर्च करीब 40.42 करोड़ रुपये किया जा रहा है. योजना पूरी होने के बाद भैरवा तालाब शहरवासियों और पर्यटकों के लिए एक नया आकर्षण केंद्र बनकर उभरेगा.भागलपुर स्मार्ट सिटी सोसाइटी का साल भर बाद भी रजिस्ट्रेशन नहीं
भागलपुर स्मार्ट सिटी के तहत जितनी भी परियोजनाएं है, उन सभी का मेंटेनेंस भागलपुर स्मार्ट सिटी सोसाइटी के अधीन होना है और इसके लिए सोसाइटी गठित की गयी है, लेकिन, इसका रजिस्ट्रेशन नहीं हो सका है. सोसाइटी 03 अगस्त 2023 को गठित की गयी थी. इसमें नगर विकास एवं आवास विभाग (यूडीएचडी) के प्रभारी सचिव को अध्यक्ष नामित किया गया है. साथ ही जिलाधिकारी, आरक्षी अधीक्षक, मेयर और नगर आयुक्त को सदस्य बनाया गया है. लेकिन, रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया अब तक पूरी नहीं की गयी है. किसी भी सोसाइटी का संचालन तब तक संभव नहीं होता, जब तक उसका विधिवत रजिस्ट्रेशन नहीं हो जाये. यदि समय रहते रजिस्ट्रेशन नहीं कराया गया, तो मेंटेनेंस पीरियड समाप्त होने के बाद मूलभूत सुविधाओं पर असर पड़ सकता है.कोट
बरारी में रिवर फ्रंड डेवलपमेंट का कार्य पूरा हो गया है और इसको आम लोगों के लिए खोल दिया गया है. अब सिर्फ भैरवा तालाब के सौंदर्यीकरण का कार्य बचा है. एजेंसी से वार्ता की जा रही है. भागलपुर स्मार्ट सिटी सोसाइटी का रजिस्ट्रेशन अबतक नहीं हो सका है.
पंकज कुमार, पीआरओस्मार्ट सिटी लिमिटेड, भागलपुर
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