भागलपुर : बढ़ते नॉन परफॉर्मेंस अकाउंट (एनपीए) से चिंतित भारतीय स्टेट बैंक ने बकाया वसूली के लिए सख्त रवैया अपनाया है. इसके मद्देनजर एसबीआइ, एसएआरबी(पटना) मुख्यालय से पहुंचे मुख्य प्रबंधक व प्रबंधक ने 19 व 20 फरवरी को किशनगंज के बहादुरगंज, पूर्णिया एवं कटिहार के कई कारोबारियों की गिरवी परिसंपत्ति पर सांकेतिक कब्जा किया गया.
इसमें आजाद इंटरप्राइजेज के प्रोपराइटर मो आजाद, अकबर इंटरप्राइजेज के मो अकबर हासिम, प्रमीला देवी, खुशी चूड़ा मिल के संजय कुमार साह, मेसर्स आरती किराना स्टोर की रेखा देवी, मेसर्स साईं टी एवं साईं ब्रांड के विजय कुमार पासवान, अनमय इंटरप्राइजेज के अमित कुमार एवं राजीव रंजन के नाम शामिल हैं. सरकारी अधिनियम के तहत उक्त कारोबारियों की परिसंपत्ति पर सांकेतिक कब्जा किया गया है. बैंक अधिकारी के अनुसार कारोबारियों द्वारा परिसंपत्ति पर लिये गये लोन के विरुद्ध बंधक किया गया है.
वर्तमान में इस ऋण खाते का कुल बकाया राशि 2.10 करोड़ के करीब है. बैंक द्वारा लगातार प्रयास के बाद भी कारोबारियों ने बकाया राशि चुकता नहीं किया गया. तभी बैंक द्वारा सांकेतिक जब्ती की कार्रवाई की गयी है. यदि अब भी बकायेदार द्वारा ऋण राशि जमा नहीं करायी गयी, तो उनके इस अचल संपत्ति को नीलाम कर ऋण राशि एडजस्ट किया जायेगा.