-प्रेम में पागल बेटी की बरामदगी के लिए परिजन करते हैं अपहरण का मामला दर्ज
भागलपुर : बिहार के भागलपुर में हनीमून किडनैपिंग ने पुलिस की परेशानी बढ़ा दी है. आंकड़ों के अनुसार जिले में लव वर्ड्स की बगावत बढ़ रही है. बेटी को वापस पाने के लिए परिवार वाले थाना में अपहरण का मामला दर्ज कराते हैं. गंभीर मामला मान पुलिस जब कार्रवाई करती है, तो लड़की को खोजने के दूसरे जिले और राज्य भी जाती है. परिवार और पुलिस की परेशानी के बाद जब लड़की वापस आती है, तो साथ इनके प्रेमी से बना पति भी होता है. बेटी अपहरण से इंकार करती है और कोर्ट में 164 के बयान में अपने प्रेमी सह पति के साथ रहने की बात भी स्वीकार करती है. पुलिस की परेशानी इस लिए भी बढ़ जाती है, क्योंकि इसे अपराध की श्रेणी में मान कर पड़ताल करती है, यह आंकड़ा जिले में अपराध की संख्या को बढ़ा दे रहा है.
ऐसे मामलों में बढ़ रही है पुलिस की परेशानी : प्रेम प्रसंग या शादी की नीयत से अपहरण के ज्यादातर मामलों में लड़का-लड़की जिले को छोड़ बाहर निकल जाते हैं. पुलिस पहले गुमशुदा का मामला दर्ज करती है. जिसके बाद इसे अपहरण के मामले में बदल लिया जाता है. लड़का-लड़की के फरार होने के बाद दोनों के परिजन थाना पहुंचते हैं. एक दूसरे पर आरोप लगाते हैं. जिससे मामला और पेचीदा हो जाता है. थाना पुलिस अगर कार्रवाई करने में थोड़ी सुस्त पड़ती है, तो लड़की पक्ष के लोग सीधे वरीय अधिकारियों के पास चले जाते हैं. पैरवी के बाद पुलिस की परेशानी और बढ़ जाती है. बात आंकड़े की करे तो अप्रैल माह तक 58 मामले जिले में दर्ज हो चुके हैं. इसमें जनवरी में 14, फरवरी में 12, मार्च में 9 और अप्रैल माह में 23 मामले दर्ज किए गये. दिलचस्प बात यह है कि जिले में तीन माह में फिरौती के लिए एक भी अपहरण का मामला दर्ज नहीं हुआ है.
5 से 25 साल की लड़कियां हो रही हैं शिकार : थाना में जो भी मामले दर्ज हो रहे हैं. उसमें गायब लड़कियों की उम्र को देखें, तो यह हैरान करने वाली है. ज्यादातर मामले में लड़की की उम्र 15 से 25 वर्ष की होती है. आंकड़ों को देखें, तो इसमें 40 प्रतिशत की उम्र 15 से 25 साल की है. 30 साल से अधिक उम्र के लड़के-लड़की इसमें कम शामिल हैं.
क्या कहते हैं मनोचिकित्सक : मायागंज अस्पताल के साइकोलॉजिस्टों कहते हैं, माता-पिता और बच्चों की बीच संवादहीनता के कारण इस तरह की स्थिति बनती है. माता-पिता अपने काम में व्यस्त रहते हैं. बच्चों को आरंभ से हाथ में आधुनिक मोबाइल होता है, इसमें इंटरनेट. जिससे बच्चे भी परिवार से कटने लगते हैं. जिसके बाद ऐसे लड़के-लड़की गलत कदम उठाने से परहेज नहीं करते.
कुछ दिन बाद सामने आ रहा है साइड इफेक्ट
1. मीरजानहाट से एक जोड़ा साल भर पहले घर से फरार हो गया. दूसरे राज्य में इन दोनों ने शादी कर ली. पुलिस और परिवार के दबाव में दोनों थाना पहुंचे. एक दूसरे को स्वीकार किया. कुछ दिन बाद दोनों के बीच विवाद आरंभ होने लगा. अंत में दोनों जोड़ा अपने अपने घर वापस हो गया. इस बीच लड़के की नौकरी बैंक में लग गयी. अब लड़की अपने प्रेमी रूपी पति को फिर से प्राप्त करने के लिए प्रयास कर रही है. लड़का पर परिवार का दबाव है, वे लड़की को अपनाने से बच रहे हैं. ऐसे में एक बार फिर मामला थाना होते हुए कोर्ट पहुंचने वाला है.
2. मिरजानहाट में पिछले दिनों दो लड़की फरार हो गयी. परिवार वाले थाना का चक्कर लगा रहे हैं. पुलिस लड़की की बरामदी के लिए लगातार छापेमारी करने की बात भी कह रही है. लेकिन दोनों हैं कहां, इसकी जानकारी किसी को नहीं है. ऐसे में इस मामले को भी प्रेम प्रसंग का मान कार्रवाई कर रही है.
3. प्रेम के चक्कर में नाबालिग छात्राएं भी ज्यादा पड़ रही हैं. मिरजानहाट में ही इस मामले से परिवार वाले परेशान हैं. चिंता इस बात की है कि लड़का नाबालिग को लेकर दिल्ली भाग गया है. ऐसे में अब परिवार वालों की चिंता यह है कि लड़का कहीं लड़की को नरक में ना छोड़ आये.