भागलपुर : मायागंज अस्पताल में भर्ती एक मरीज ने शुक्रवार देर रात सीढ़ी से कूदकर आत्महत्या कर ली. मरीज की पहचान जवारीपुर निवासी तेतर यादव के रूप में हुई. पिछले कुछ दिनों से तेतर चर्म रोग विभाग में भर्ती था. खुजली जनित अन्य चर्म रोग का शिकार था. इन बीमारियों के कारण वह काफी परेशान था. परिवारवाले तीनों वक्त का खाना खिलाने आते थे. कुछ देर साथ गुजारते थे और वापस चले जाते थे. वार्ड में इलाज करा रहे नवल किशोर सिंह ने बताया कि तेतर खुजली से परेशान था.
इसके पूरे शरीर में घाव हो गया था. रात जग कर गुजारता था. दवा का कोई असर नहीं हो रहा था. इससे वह तनाव में रहता था. शुक्रवार रात तेतर बेड से काफी देर से गायब था. वार्ड में भर्ती मरीजों ने उसे खोजना आरंभ किया. लेकिन वह विभाग के आसपास नहीं मिला. पता चला सर्जरी विभाग के पास बनी सीढ़ी से कूदकर किसी मरीज ने आत्महत्या कर ली है. उसकी पहचान तेतर के रूप में की गयी. वहीं अस्पताल अधीक्षक डॉ आरसी मंडल ने बताया कि
खुजली रोग से…
मरीज ने करीब डेढ़ बजे आत्महत्या कर ली. मामले की जानकारी तेतर के परिजनों को दी गयी है. सुबह परिजन आये और लाश को लेकर चले गये. मामले को लेकर कोई आवेदन नहीं दिया है. चर्म रोग विभाग में इसका इलाज चल रहा था.
इस तरह की मौत के बाद मायागंज अस्पताल की सुरक्षा पर सवाल खड़ा हो गया है. कभी वार्ड में सांप निकलता है तो कभी मरीज आत्महत्या करते हैं. ऐसा ही एक मामला नाथनगर में शंकर हत्याकांड के बाद सामने आया था. वार्ड में भर्ती आकाश साह छत पर दौड़ते हुए चढ़ा और कूद गया था. उस वक्त अस्पताल प्रबंधन ने इसे गंभीरता से लिया था. छत के सभी गेट को बंद रखने का आदेश दिया गया था. सीसीटीवी कैमरा से मरीजों की निगरानी की बात कहीं गयी थी. वहीं पिछले साल सभी सीढ़ी और खिड़की को लोहे की जाली से पैक करने की बात कही गयी थी. खिड़की तो पैक हो गया सीढ़ी खुला ही रह गया. सीढ़ी पर लगी रेलिंग भी पर्याप्त ऊंची नहीं है. चर्म, मेडिसिन और सर्जरी विभाग के साथ साथ मानसिक रोग विभाग भी है. लगातार हो रही घटना के बाद अब मरीजों के परिजनों मांग कर रहे हैं कि सीढ़ी को भी बेहतर तरीके से पैक किया जाये. साथ ही सुरक्षा गार्ड भी अपनी ड्यूटी पर मुस्तैद रहें.