वाल्मीकिनगर. वीटीआर वन प्रमंडल 2 के वाल्मीकिनगर और गोनौली रेंज सहित अन्य रेंज में मौसम बदलते ही वन प्रशासन की बेचैनी बढ़ चली है. कारण है गर्मी की तपिश और तेज पछुआ हवा के कारण लगातार आग का लगना. जिससे वन संपदा को नुकसान तो पहुंचता ही हैं. साथ ही वन्यजीवों के अधिवास भी जल जाने से वन्यजीव जंगल से भटककर रिहायशी इलाकों की ओर अपना रुख करने लगते हैं. इसी क्रम में शुक्रवार की दोपहर अचानक से आग लगने के कारण दो अलग-अलग वन क्षेत्र में लगभग 6 एकड़ जंगल जल कर खाक हो गए. वन कक्ष संख्या टी 2 जो जटाशंकर वन क्षेत्र से सटे ऊपरी शिविर है. जिसमें अचानक आग लग गयी. जिससे लगभग 5 एकड़ जंगल में लगे झाड़ियां सहित छोटे-छोटे पेड़-पौधे जल गए. वहीं दरुआबरी गांव के समीप से संतपुर गांव के बीच दोन सेवा पथ के बगल में उगी झाड़ियों में आग लग गयी. जिसमें लगभग एक एकड़ जंगल की झाड़ी जल गयी. इस बाबत रेंजर श्रीनिवासन नवीन ने बताया कि अज्ञात कारणों से इन दोनों जगहों पर आग लग गयी थी. जिसे वन कर्मियों और फायर वाचरों की टीम कड़ी मशक्कत के बाद बुझाने में कामयाब हो गयी. उन्होंने बताया कि आग लगने के कारणों का पता किया जा रहा है.
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