Bihar Teacher: बिहार में सरकारी स्कूलों में अब शिक्षकों की ऑनलाइन हाजिरी लगती है. शिक्षा विभाग ने फर्जीवाड़े से बचने के लिए यह नियम लागू किया था. लेकिन, बिहार में कुछ शिक्षकों ने इसका भी तोड़ निकाल लिया और ऑनलाइन हाजिरी बनाने के लिए भी फर्जीवाड़ा करने लगे. इसी क्रम में बेतिया के नौतन प्रखंड के तीन स्कूलों में ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर ऑनलाइन हाजिरी लगाने में फर्जीवाड़ा सामने आया है. इसके बाद जिले के डीईओ मनीष कुमार सिंह ने आरोपी शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की है. प्रखंड के उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय, झखरा की सहायक शिक्षिका को बीते तीन महीने से मार्क ऑन ड्यूटी के माध्यम से हाजिरी लगाते पकड़ा गया है.
मार्क ऑन ड्यूटी लगा रहे थे शिक्षक
नौतन के ही दो अन्य शिक्षकों को भी मार्क ऑन ड्यूटी का ऑप्शन सिलेक्ट कर ऑनलाइन हाजिरी लगाते पकड़ा गया है. डीईओ ने बताया कि इस मार्क ऑन ड्यूटी सेलेक्ट करने का मतलब अपने कार्यस्थल से अलग होना भी होता है, जबकि उक्त शिक्षक-शिक्षिका की कहीं और तैनाती नहीं है. ऐसे में यह विभाग के नियम के खिलाफ है और भ्रष्टाचार की श्रेणी में आता है. डीईओ ने तीनों शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा है. उन्होंने कहा कि अगर तीन दिनों के भीतर संतोषजनक स्पष्टीकरण नहीं मिलने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी.
स्कूल से मिले गायब
जिला शिक्षा अधिकारी मनीष सिंह ने बताया कि इसी तरह गौनाहा प्रखंड के उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय, मटियरिया के प्रधानाध्यापक सचिन कुमार, टीचर के बजाए स्कूल के लॉग इन आईडी का उपयोग कर के ई शिक्षा कोष पोर्टल पर ऑनलाइन हाजिरी दर्ज करते पाए गए हैं. अनिवार्य होने के बावजूद इनकी सेल्फी फोटो विभागीय पोर्टल पर अपलोड नहीं है. वही जिला शिक्षा कार्यालय में गठित ई शिक्षा कोष पोर्टल मॉनिटरिंग सेल के द्वारा वीडियो कॉलिंग के माध्यम से की गई ऑनलाइन जांच में भी सचिन कुमार स्कूल से लापता पाए गए हैं. डीईओ ने इसके साथ ही बताया कि इसी स्कूल की सहायक शिक्षिका निशा कुमारी को खुद के बजाय अपने प्रधानाध्यापक की लॉगिंग आईडी के माध्यम से ही ऑनलाइन हाजिरी लगाते पकड़ा गया है. अप्रैल माह में अपने फोन से इनकी उपस्थिति केवल 2 बार ही दर्ज की गई है. डीईओ ने बताया कि इन दोनों आरोपितों की वीडियो कॉलिंग जांच में विद्यालय से बाहर पाया गया है. इन दिनों से 24 घंटे के अंदर अपने कृत्य का स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के आदेश जारी किए गए हैं.