Bihar Political Poster War: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले पोस्टर पॉलिटिक्स और नेताओं की बयानबाजी ने सियासी माहौल को गर्मा दिया है. पटना से लेकर जिलों तक सड़कों पर लग रहे पोस्टर और सोशल मीडिया पर हो रहे वार-पलटवार ने राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है.
लालू यादव के पोस्ट पर डिप्टी सीएम का पलटवार
लालू के बयान पर एनडीए ने पलटवार किया है. बेगूसराय में उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि बिहार को अपशब्द बनाने वाले और बिहारियों को पलायन के लिए मजबूर करने वाले लोग अब हाशिये पर जा चुके हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि RJD प्रमुख अपने पुत्र मोह में धृतराष्ट्र की तरह सामाजिक सौहार्द तोड़ने और उन्माद फैलाने का प्रयास कर रहे हैं. सिन्हा ने कहा कि बिहार की जनता अब ऐसे प्रयोगों को बर्दाश्त नहीं करेगी और एक बार फिर विकास और स्थिरता के पक्ष में खड़ी होगी.
क्या है पूरा मामला ?
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लेते हुए फेसबुक पर लिखा, “ऐ मोदी जी, विक्ट्री चाहिए बिहार में और फैक्ट्री दीजिएगा गुजरात में? ये गुजराती फॉर्मूला बिहार में नहीं चलेगा.” उनके इस बयान ने राजनीतिक गलियारों में नई बहस छेड़ दी है. लालू यादव का इशारा स्पष्ट तौर पर बिहार में बेरोजगारी और औद्योगिक विकास की कमी की ओर था.
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क्या है बयानों के पीछे के राज ?
सियासी जानकारों का मानना है कि लालू यादव का हमला विपक्ष को एकजुट करने की रणनीति है, वहीं एनडीए इसे पुराने दौर की राजनीति बताकर खारिज कर रहा है. कुल मिलाकर, पोस्टर वार और तीखे बयानों ने यह साफ कर दिया है कि बिहार चुनावी जंग और ज्यादा गरमाने वाली है.

