बेगूसराय. शहर में नगर निगम प्रशासन द्वारा अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया. अभियान में पिपरा चौक से लेकर बजरंग चौक तक सभी अस्थाई अतिक्रमण को हटाया गया. अभियान का नेतृत्व सहायक स्वच्छता एवं अवशिष्ट प्रबंधन पदाधिकारी अनुराग कुमार व नगर योजना पदाधिकारी अजीत कुमार गोंड कर रहें थे. इस अवसर पर दर्जनों निगम कर्मी व पुलिस बल भी शामिल थे. अभियान के दौरान सड़क का अतिक्रमण करने वाले दुकानदारों से 11 हजार 700 रुपये जुर्माना राशि वसूल की गयी. साथ ही लगभग सात की संख्या में गुमटी कठरा व अन्य सामग्रियों की जब्ती भी की गयी. साथ ही प्रतिबंधित प्लास्टिक रखने के आरोप में दो हजार रुपये जुर्माना लगाया गया. अतिक्रमण हटाने के लिए जैसे ही जेसीबी के साथ अतिक्रमण हटाओ टीम स्थल पर पहुंचा दुकानदारों में हड़कंप मच गया. दुकानदार आनन-फानन में अपनी दुकानें समेटने लगे.इस दौरान मार्ग पर घंटों अफरा तफरी मची रही. नगर निगम द्वारा लगातार चेतावनी दी जा रही है कि अतिक्रमण किये हुए दुकानदार अपनी अपनी दुकानें स्वत: हटा लें. नगर आयुक्त ने कहा कि सड़क मार्ग का अतिक्रमण किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जायेगी. बतातें चलें कि सरकारी सड़क व नाला का शहर में लगातार अतिक्रमण की जा रही है. शहर में जाम की स्थिति बदतर होती जा रही है. आये दिन शहर के लोग जाम से हलकान हो रहे हैं. महाजाम के कारण लोगों को समय की बर्बादी के साथ साथ एक ओर जहां पेट्रोल-डीजल जैसे कीमती इंधन का भी अतिरिक्त खर्च होता है. तो वहीं जाम के कारण मानसिक परेशानियों से भी गुजरना पड़ रहा है. महाजाम को लेकर लगातार नगर निगम प्रशासन व जिला प्रशासन द्वारा अतिक्रमण मुक्ति अभियान भी चलाई जा रही किंतु समस्या जस की तस बनी हुई है. प्रशासन जब तक चुस्त रहती है. सड़कों पर अतिक्रमण रुकी रहती है. प्रशासन के सुस्त होते फिर हालत बदतर हो जाती है. फोर लेन बनने से लोगों को बड़ी आस जगी थी कि अब जाम की समस्या से मुक्ती मिलेगी किंतु शहर के विभिन्न मार्गो पर अतिक्रमण के कारण आवागमन सुगम नहीं हो पा रहा है. कई मुख्य मार्गों पर जाम लगता है. काली स्थान चौक से लेकर दक्षिण में बीपी इंटर विद्यालय तक,पश्चिम में नगर पालिका चौक व पूरब में महिला कॉलेज तक अतिक्रमण के कारण अक्सर महाजाम की समस्या पैदा होती है.
कई वर्षों के बाद भी नगर निगम प्रशासन नहीं बना सकी है वेंडिंग जोन
जीवनयापन के लिए रेहड़ी खोमचे वाले भीड़ भाड़ वाली जगहों पर दुकान लगाकर सड़क के किनारे दुकानदारी शुरु कर देते है. विभिन्न मार्गों पर रेहड़ी व खोमचे वालों के द्वारा जीवन-यापन के लिए सड़क की अतिक्रमण कर ली जाती है. इनके लिए वेंडिग जोन बनाकर वेंडरों को व्यवस्थित करने की योजना का प्रस्ताव भी पारित हुई थी. महापौर पिंकी देवी द्वारा कुछ मार्गों पर अस्थाई वेंडिंग जोन बनाकर फुटपाथी दुकानदारों को व्यवस्थित भी किया गया है. परंतु स्थाई रुप से वेंडिंग जोन बनाने की योजना को धारातल पर नही उतारा जा सका जिसका परिणाम है कि कुछ मार्गों पर जाम की समस्या झेलनी पड़ती है. एबुंलेंस जैसे अतिआवश्यक वाहनों को भी जाम में फजीहत हो जाती है.जबकि बेगूसराय जिला मेडिकल हब के रुप में काफी विकास किया है.यहां दूर-दूर से अपात मरीजों को एबुलेंस लेकर यहां इलाज के लिये पहुंचते है. किंतु एनएच 31 सें शहर के अस्पतालों तक पहुंचने के लिए एंबुलेंस योग्य एक भी मार्ग नही है. न तो एबुलेंस खातोपुर चौक से और न ही हरहर महादेव चौक से बेहतर तरीके से आ सकती है. एंबुलेंस के लिए बेहतर रास्ता ट्रैफिक चौक से कचहरी चौक वाली मार्ग ही चौड़ी और उत्तम है. फिर भी यह मार्ग भी अतिक्रमण का शिकार हैं.
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