नावकोठी. प्रखंड के विभिन्न विद्यालयों में महादलित, अल्पसंख्यक अति पिछड़ा वर्ग अक्षर आंचल योजना के तहत तैनात शिक्षा स्वयंसेवकों को दो महीने से विभाग द्वारा मानदेय का भुगतान नहीं दिया गया है. मानदेय नहीं मिलने की स्थिति में इनके तथा इनके परिजनों के समक्ष रोटी का संकट उत्पन्न हो गया है. जिलाध्यक्ष सुजीत कुमार रजक, महासचिव जमील अहमद ने बताया फरवरी में मानदेय का भुगतान किया गया. मानदेय नहीं मिलने से होली, ईद आदि फीका रहा. अब बकरीद भी फीका रहने की आशंका है. उन्होंने कहा कि एक तरफ अल्प मासिक मानदेय की राशि पर कार्य करते हैं. असाक्षर महिलाओं को साक्षर करने के साथ, दलित, महादलित समुदाय को भीम समग्र सेवा शिविर में 22 विभागों द्वारा संचालित योजनाओं से आच्छादित करने की जिम्मेदारी है. इसके अतिरिक्त छीजित बच्चों को स्कूल में नामांकन कराकर शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने का भी कार्य संपादित किया जाता है. मानदेय नही मिलने से स्वजनों के लिए दो जून की रोटी उपलब्ध कराने में भी कठिनाई हो रही है. दुकानदार सामान देने से कतरा रहे हैं तो बच्चों की पढ़ाई के पैसे, बीमार सदस्यों के इलाज हेतु महाजन से कर्ज लेने के लिए मजबूर हो जातें हैं. इन्द्रदेव सदा, गणेश सदा, शंकर रजक, मो सुभान, मो अबुल कलाम, मजीद हुसैन, बाबू साहेब रजक, रेणु देवी, मुसर्रत खातुन आदि ने वरीय पदाधिकारी से अविलंब मानदेय भुगतान की गुहार लगायी है.
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