भगवानपुर. प्रखंड मुख्यालय स्थित रसलपुर पंचायत के वार्ड संख्या छह में संचालित हो रहे जल मीनार का जल आपूर्ति करीब एक माह से बंद रहने के कारण ग्रामीणों ने जलमीनार के सामने जमकर बबाल काटा. शनिवार को दर्जनों ग्रामीणों ने प्रखंड मुख्यालय स्थित मनरेगा भवन के पास जलमीनार परिसर में पहुंच कर संवेदक व जलमीनार संचालक के प्रति नारेबाजी करते हुए घंटो भर बबाल काटा है. वहीं इसकी जानकारी मिलने पर पीएचईडी विभाग के जेइ प्रीति कुमारी जलमीनार परिसर पहुंच कर ग्रामीणों को समझाने बुझाने का प्रयास किया गया. लेकिन इस भीषण गर्मी में जलापूर्ति ठप रहने से आक्रोशित ग्रामीणों के सामने उन्हें भी कोपभाजन का शिकार होना पड़ा.
एक माह से ठप है पानी की आपूर्ति
आक्रोशित ग्रामीणों ने बताया कि रसलपुर पंचायत अंतर्गत वार्ड संख्या चार, पांच व छह के जलमीनार संचालक व संवेदक के मिलीभगत से पानी सप्लाई बंद कर दिया गया है, जिसमें वार्ड संख्या छह दलित वस्ती है. आक्रोशित लोगों ने बताया है कि दलित वस्ती होने के कारण क्षतिग्रस्त पाइप लाइन व ध्वस्त पड़ा हुआ नल का मरम्मती भी नहीं करवाया जा रहा है. जिसके कारण दलित समाज के घरों का जलापूर्ति ठप पड़ा हुआ है. आक्रोशित ग्रामीणों ने बताया है कि संवेदक के द्वारा घटिया किस्म का पाइप व नल लगाया गया है, जो क्षतिग्रस्त पड़ा हुआ है, जिसके कारण संवेदक व जलमीनार संचालक के मिलीभगत से इस भीषण गर्मी में महीनों भर से जलापूर्ति ठप पड़ा हुआ है. जिसके कारण रसलपुर पंचायत के वार्ड संख्या चार, पांच व छह में जलसंकट की समस्या बनी हुई है. आक्रोशित ग्रामीणों ने इस योजना को जांच करवाते हुए अभिलंब जलापूर्ति चालू करवाने की मांग जिला प्रशासन से किया है. वहीं पीएचइडी विभाग के जेइ प्रीति कुमारी ने बताया कि संचालक के पेमेंट के वजह से एक सप्ताह से जलापूर्ति बंद है, पुनः जलापूर्ति चालू करवाया जा रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि लापरवाह संचालकों के प्रति करवाई के लिए वरीय पदाधिकारी को लिखित सूचना दे रही हूं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है