बेगूसराय. कार्यालय कक्ष में डीएम तुषार सिंगला की अध्यक्षता में नमामि गंगे परियोजना के अंतर्गत संचालित कार्यों की प्रगति की समीक्षा के लिए जिला गंगा समिति की बैठक आयोजित की गयी. बैठक के दौरान डीएम ने नमामि गंगे परियोजना के विभिन्न घटकों की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की साथ ही उन्होंने गंगा नदी के संरक्षण, प्रदूषण नियंत्रण तथा जन-जागरूकता से संबंधित कार्यों को तीव्र गति से आगे बढ़ाने का निर्देश दिया. बैठक में अब तक किए गये कार्यों का विवरण प्रस्तुत किया. साथ ही पूर्व में दिए गये निर्देशों के अनुपालन की जानकारी भी साझा की गयी. बैठक में डीएम ने गंगा की साफ–सफाई, तटवर्ती क्षेत्रों के विकास तथा पर्यटन को बढ़ावा देने से जुड़े विभिन्न विषयों पर विस्तृत चर्चा करते हुए सभी संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये. उन्होंने नगर निकायों एवं नगर निगम को कचरा प्रबंधन व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाने तथा सभी घाटों की नियमित सफाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. सिमरिया में बन रहे हाट परिसर में हो रहे अतिक्रमण को हटाने के लिये संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी को त्वरित कार्रवाई करने को कहा गया. इसके साथ ही झमटिया घाट, अयोध्या घाट, मुंगेर घाट सहित सभी प्रमुख घाटों का निरीक्षण कर वहां बेहतर साफ–सफाई, व्यवस्थाओं के सुदृढ़ीकरण और विकास कार्यों को गति देने पर बल दिया गया. बैठक में यह भी निर्देश दिया गया कि मछुआरों को पहचान पत्र उपलब्ध कराने और उन्हें बैंक से क्रेडिट कार्ड की सुविधा प्रदान करने की प्रक्रिया को तेज किया जाए, ताकि उनकी आजीविका को बेहतर समर्थन मिल सके. गंगा के किनारे जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए चल रही पहल की समीक्षा करते हुए इसे और प्रभावी बनाने पर चर्चा की गयी. डीएम ने गंगा के तटवर्ती पंचायतों में स्वास्थ्य शिविर आयोजित करने के लिये सिविल सर्जन को आवश्यक दिशा–निर्देश दिये. सिमरिया में आने वाले वाहनों के लिए एक व्यवस्थित पार्किंग स्टैंड को पीपीपी मोड में विकसित करने और स्ट्रीमर, फेरी सेवा को भी पीपीपी मोड में संचालित कर पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये संबंधित पदाधिकारी को निर्देशित किया गया. बैठक में जिला पंचायत पदाधिकारी, निदेशक डीआरडीए समेत संबंधित पदाधिकारी एवं प्रतिनिधि मौजूद थे.
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