बीहट. सिमरिया घाट में लगातार दूसरे दिन भी एक युवक की पानी में डूबने से मौत हो गयी, जबकि एक दिन पहले दो अन्य युवकों की भी डूबने से मौत हो चुकी थी. इस तरह दो दिन में तीन परिवार के युवकों की मौत हो चुकी है. शनिवार को भगतई करने आये जमुई जिले के गिद्धौर थाना क्षेत्र के कुन्धुर व आसपास के गांवों से आये 18 महिला-पुरुषों का दल स्नान व पूजा-पाठ करने सिमरिया गंगा घाट पहुंचे था. सारे लोग गंगा स्नान करने लगे. इसी क्रम में भरत तांती का करीब 18 वर्षीय पुत्र अमित कुमार भी नहाने गया. उसके बाद से उसके बाद से वह लापता हो गया. उसकी मां सुधा देवी सहित साथ में आये लोगों ने उसे खोजना शुरू किया, लेकिन कहीं नहीं मिला. घाट किनारे उसके उतारे गये कपड़े और स्नान के बाद पहनने वाले कपड़े उसी तरह पड़े हुए थे. उसकी मां रोते हुए बार-बार गंगा मैय्या से किस बात की इतनी बड़ी सजा देने की बात कह रही थी. हम तो तोहर पूजा करने आये थे, लेकिन हमरे बेटा केय अपना पेट में समाय लेलहो हे गंगा माय कहते जार-जार रोये चली जा रही थी. साथ में आयी महिलाएं रोते हुए उसे संभालने में जुटी हुई थी.
50 मीटर की दूरी पर बैठे सीओ और एसडीआरएफ को डूबने की भनक तक नहीं लगी
एक बार फिर से गंगा का वहीं स्नान घाट मौत का मौन गवाह बना जहां बीते दिन दो युवकों की डूबने से मौत हो गयी थी. काफी हीला-हवाला और के उपरांत स्थानीय गोताखोरों के साथ मिलकर एसडीआरएफ ने घटना के करीब सात घंटे बाद बीहट के आदित्य का शव खोज पायी थी. लेकिन दूसरे युवक शुभम के शव को नहीं खोज पायी. शनिवार को फिर से सारी कवायद शुरू हुई. दो रबर बोट के सहारे एसडीआरएफ के लोग खोजने की प्रक्रिया में लगे दिखे. सूनी आंखों से शुभम के परिजन व ग्रामीण सबकुछ देख रहे थे. ज्यों-ज्यों समय बीता उनके चेहरों पर निराशा के भाव गहराते चले गये. वहीं बरौनी सीओ स्वयं मौजूद रहकर गहरे पानी में न जाने की चेतावनी के साथ स्नान घाट की बैरिकेटिंग कराने में व्यस्त दिखे. उसी दौरान जमूई से आये अमित कुमार के डूबने की घटना हो गयी. घाट पर मौजूद पत्रकारों द्वारा उन्हें इस घटना की सूचना दी गयी तब जाकर हलचल बढ़ी.लेकिन समाचार लिखने तक दोनों शवों को बरामद नहीं किया जा सका. बताते चलें कि कल यानी शुक्रवार को गंगा में डूबे शुभम का अब तक 30 घंटा से अधिक समय हो चुका है लेकिन शव को ढूंढ़ा नहीं जा सका. वहीं डूबने की एक और घटना ने जिला प्रशासन के साथ-साथ एसडीआरएफ का भी दम फूला दिया है.लोगों ने कहा दो दिन में डूबने से तीन युवकों की मौत ने व्यवस्था के सारे दावों की पोल खोलकर रख दिया है.विगत चार महीने के भीतर छह लोगों की डूबने से हो चुकी है मौत
सिमरिया में इन दिनों पानी में डूबकर मौत मामले की संख्या में काफी इजाफा हुआ है. आश्चर्य की बात यह है कि लगातार हादसों के बाद भी न प्रशासन चेत रहा है और न ही ग्रामीण .मरनेवालों में युवकोन की संख्या अधिक है. आंकड़े डराने वाले है चार महीना के भीतर अब तक आधा दर्जन लोगों की मौत सिमरिया घाट में हो चुकी है.
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