बांका. उत्पाद विभाग के वाहन से मिले शराब मामले में अधीक्षक रविंद्र कुमार सिंह ने बताया है कि उक्त शराब एक तस्कर का है. जो छापेमारी के दौरान भागने में सफल रहा है. मामले में उन्होंने बताया है कि गत 14 मार्च को चौरेया के फत्तुचक चेकपोस्ट सअनि किशोर कुमार व उनकी टीम छापेमारी में थे. इसी क्रम में सूचना मिली कि झारखंड की ओर से शराब लेकर उरकुसिया पुल के रास्ते एक व्यक्ति पैदल धोरैया की तरफ आ रहा है. जिसके बाद प्रतिनियुक्त सअनि किशोर कुमार अपने अधिनस्थ गृहरक्षक के साथ बिरनिया पुल के पास गये तो देखा कि बिरनिया पुल पर एक व्यक्ति पुलिस की वाहन को देखकर बैग को छोड़ कर झारखंड की तरफ भाग रहा है. मौके पर सअनि किशोर कुमार द्वारा बैग को खोलकर देखा गया तो उसमे अंग्रेजी शराब था. तभी बैग को जब्त करते हुए भागे हुए व्यक्त्ति का पिछा करते हुए पुल पार चले गये. लेकिन उक्त व्यक्ति का कुछ पता नहीं चल पाया. इसी बीच झारखंड के तरफ से बहुत सारे व्यक्ति जुट गये. और मद्यनिषेध विभाग के टिम का विरोध करते हुए टीम अधिकारियों व कर्मियों के साथ धक्का-मुक्की किया जाने लगा. जिसमें गृहरक्षक जवान मुकेश पासवान को चोटें भी आयी है. और वाहन का चाभी भी छिन लिया गया. जिसके बाद सभी बल अपना जान बचाकर वाहन को छोड़ कर वहां से हट गये. तभी उक्त भीड़ के द्वारा मद्यनिषेध विभाग के बोलेरो वाहन को धक्का देकर झारखंड सीमा की तरफ ले जाया गया. और बोलेरो वाहन को धोरैया बिहार की तरफ आने कि दिशा में खड़ा कर दिया गया. जिसमें मद्यनिषेध विभाग द्वारा जब्त किये गये शराब जो बोलेरो में रखा हुआ था का वीडियो बना लिया गया. और उस वीडियो को वाइरल कर दिया गया है. जो वीडियो न्युज चैनल पर चल रहा है. अधीक्षक ने बताया है कि होली के अवसर पर की गयी कार्रवाई के कारण शराब माफिया शराब के कारोबार करने में सफल नहीं हो सके. जिससे बौखलाकर उनके द्वारा कुछ ग्रामीणों की मदद से यह सब कारनामा किया गया है. आगे अधीक्षक ने बताया है कि वीडियो के आधार पर जांच जारी है. जांच में जो भी दोषी पाये जायेंगे. उनके विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी.
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