बांका. जिला जज निखिलेश कुमार त्रिपाठी के निर्देश पर सोमवार को बांका मंडल कारा का औचक निरीक्षण डीएलएसए सचिव राजेश कुमार सिंह के द्वारा किया गया. इस दौरान मंडल कारा के महिला, पुरुष, वृद्ध व तरुण वार्डो का जायजा लिया गया. निरीक्षण के क्रम में वृद्ध वार्ड में 70 वर्ष से अधिक उम्र के करीब 7 बंदी पाये गये. मौके पर डीएलएसए सचिव ने कहा कि उक्त सभी वृद्ध बंदियों की सूची तैयार कर माननीय जिला जज को सौंपी जायेगी. इसके बाद उनके रिहायी के लिए हाई कोर्ट व सुप्रीम कोर्ट तक उनकी मदद डीएलएसए के द्वारा पहुंचायी जायेगी. आगे कहा कि 18 वर्ष से कम उम्र के बंदियों को मंडल कारा में नही रखा जाना है. इसकी सघन जांच की गयी. हालांकि जांच के दौरान एक भी नाबालिग बंदी नही पाये गये. महिला वार्ड की जांच में पाया गया कि मंडल कारा में चार बच्चे भी है, जिनके पोषण के लिए दूध, फल व कपड़े सहित अन्य आवश्यक सामनों की उपलब्धता की पड़ताल की गयी. इसके अलावा तरुण वार्ड के निरीक्षण में 18 से 23 वर्ष तक के बंदी, जो पढ़ाई के लिए इच्छूक है. वैसे बंदियों के लिए मंडल कारा में संचालित स्मार्ट क्लासेस व बुक आदि की जांच की गयी. बाद में सचिव ने मंडल कारा के कीचन व साफ-सफाई आदि का भी जायजा लिया. इस मौके पर उनके साथ एलएडीसी के चीफ संतोष सिंह, जेल अधीक्षक आशीष रंजन, जेलर भोला प्रसाद शर्मा व अधिवक्तागण मौजूद थे.
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