बांका/रजौन. रजौन के डीएन सिंह महाविद्यालय में कथित रूप से असंवैधानिक बहाली को लेकर गुरुवार की देर शाम प्राचार्य कार्यालय में भूख हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों को धरना देना भारी पड़ गया. कॉलेज के कर्मचारी कन्हैया लाल सिंह गुरुवार की सुबह कॉलेज खुलते ही प्राचार्य कक्ष के आगे भूख-हड़ताल पर बैठ गये. हालांकि धरना पर बैठे कर्मचारी को मनाने की मुहिम जारी रही, लेकिन भूख हड़ताल पर बैठे कर्मचारी शासी निकाय के सदस्यों को बुलाने पर पड़े रहे. इधर आदर्श आचार संहिता को लेकर रजौन थाना अध्यक्ष चंद्रदीप कुमार कॉलेज पहुंचे व धरना पर बैठे कॉलेज कर्मी कन्हैया लाल सिंह को महाविद्यालय परिसर से बाहर कर दिया. कन्हैया लाल ने बीते मंगलवार को आवेदन देकर शासी निकाय पर के बहाली पर प्रश्न चिन्ह उठाते हुए निरस्त करने की मांग की थी. बुधवार को उनके द्वारा भूख हड़ताल के लिए आवेदन भी दिया गया. कॉलेज कर्मचारी कन्हैया लाल सिंह ने आरोप लगाया है कि बगैर विज्ञापन निकाले ही बहाली कर दी गयी. भू-दाता सहित अन्य लोगों को भी इसकी जानकारी नहीं है. न ही कोई जानकारी सूचना पट पर है. इधर महाविद्यालय में सेमेस्टर 2 की परीक्षा भी चल रही है. विधानसभा चुनाव को लेकर आदर्श आचार संहिता भी लागू है. चुनावी प्रक्रिया के तहत महाविद्यालय में अर्धसैनिक बलों का प्रवास स्थल भी है. चार दिनों पूर्व सीमा सुरक्षा बल की कंपनी भी यहां पहुंच चुकी थी. प्रचारिणी मामले में संज्ञान लेकर इस आशय का पत्र रजौन थानाध्यक्ष को दिया था.
कहते हैं प्रभारी प्राचार्य
इस संबंध में कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डाॅ महेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि बात बहाली की हो या फिर किसी अन्य गंभीर मामले की हरेक स्थिति में निर्णय लेने का अधिकार कॉलेज के शासी निकाय को है. शासी निकाय के निर्णय से संतुष्ट नहीं रहने की स्थिति में संबंधित को शासी निकाय से ऊपर जाना चाहिए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

