कांवरिया पथ पर तीर्थ यात्रियों के चिकित्सा इंतजाम के लिए जिला स्वास्थ्य प्रशासन ने राज्य सरकार को भेजा है 36 लाख का बजट
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चिकित्सा इंतजामों के लिए अब तक नहीं मिली राशि
कांवरिया पथ पर तीर्थ यात्रियों के चिकित्सा इंतजाम के लिए जिला स्वास्थ्य प्रशासन ने राज्य सरकार को भेजा है 36 लाख का बजट बांका : वणी मेले में बांका जिला अंतर्गत पड़ने वाले कांवरिया पथ पर श्रद्धालुओं की चिकित्सा व्यवस्था के लिए बांका जिला स्वास्थ्य प्रशासन को राज्य सरकार से अब तक एक पाई नहीं […]
बांका : वणी मेले में बांका जिला अंतर्गत पड़ने वाले कांवरिया पथ पर श्रद्धालुओं की चिकित्सा व्यवस्था के लिए बांका जिला स्वास्थ्य प्रशासन को राज्य सरकार से अब तक एक पाई नहीं मिल पाई है. जबकि जिला स्वास्थ प्रशासन ने इसके लिए राज्य सरकार से कुल 36 लाख रुपए की निधि की मांग की है. संपूर्ण कांवरिया पथ का करीब दो तिहाई हिस्सा बांका जिले में पड़ता है. कांवरिया पथ की कुल दूरी करीब 105 किलोमीटर है. इनमें भागलपुर, मुंगेर, बांका तथा देवघर शामिल है.
कांवरिया पथ का सर्वाधिक बड़ा हिस्सा बांका जिले में है. कांवरियों का दबाव भी मुख्य रुप से इसी जिले के कांवरिया पथ पर पड़ता है. जिले में धौरी से दुम्मा तक करीब 65 किलोमीटर कांवरिया पथ पर 13 अस्थाई चिकित्सा शिविर लगाए जाते हैं, जिनमें 52 चिकित्सा पदाधिकारियों और 94 पारामेडिकल कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की जाती है. इनके अलावा 13 स्वच्छता निरीक्षक सह पर्यवेक्षक, दो औषधि निरीक्षक तथा एक खाद्य निरीक्षक की भी प्रतिनियुक्ति कांवरिया पथ पर की जाती है.
साथ ही मेला प्रभारी, निरीक्षण एवं पर्यवेक्षण पदाधिकारी तथा सभी अस्थाई शिविरों में दवा की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाती है. इसके लिए हर वर्ष स्वास्थ विभाग एक बड़ा बजट तैयार कर राशि आवंटन के लिए राज्य सरकार को लिखता है. लेकिन आमतौर पर इसके एवज में इस जिले को कांवरिया पथ की चिकित्सा तैयारियों के लिए कितना मिल पाता है यह स्वास्थ्य विभाग ही बेहतर बता सकता है. इस वर्ष भी इसके लिए 36 लाख रुपये के आवंटन की मांग की गयी है. लेकिन अब तक कोई राशि जिले में स्वास्थ विभाग को प्राप्त नहीं हो पायी है. जिले से राज्य सरकार को चिकित्सा मद में भेजी गई बजट में दवा मद के लिये 20 लाख, गमेक्सिन, ब्लीचिंग तथा चूना आदि के लिए 4 लाख, वाहनो के इंधन के लिए 4 लाख 50 हजार, यात्रा व्यय के लिए 3 लाख, प्रचार प्रसार के लिए ढाई लाख तथा आकस्मिक व्यय के लिए 2 लाख रुपए की मांग की गयी है.
बांका जिले में एक और समानांतर कांवरिया पथ है. यह पथ भागलपुर से बासुकीनाथ धाम तक चलने वाले यात्रियों के लिए प्रयुक्त होता है. इस पथ में जगदीशपुर से श्याम बाजार तक करीब 45 किलोमीटर की दूरी बांका जिले में पड़ती है. इस कांवरिया पथ में भी तीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के अलावा 5 अस्थाई चिकित्सा राहत शिविर जिनमें 10 चिकित्सक एवं 15 पारामेडिकल कर्मी, एंबुलेंस एवं तीन स्वच्छता निरीक्षक सह पर्यवेक्षक लगाए जाते हैं. इसके लिए अलग से बजट नहीं बनाया जाता. श्रावणी मेला कार्य योजना 2016 में जिन बिंदुओं पर बजट राज्य सरकार को भेजा गया है, उनमें धौरी से दुम्मा तथा जगदीशपुर से श्याम बाजार तक के कांवरिया पथ शामिल हैं
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