धोरैया : प्रखंड क्षेत्र में धनकटनी का कार्य प्रारंभ हो गया है, लेकिन जहां तहां मजदूरों के अभाव के कारण किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है़ धान की बाली पूरी तरह से पक जाने के कारण मजदूर नहीं मिलने की स्थिति में किसान बाली झड़ने को लेकर काफी सशंकित हैं.
पूर्व में पड़ोसी राज्य झारखंड से भी मजदूर धनकटनी को लेकर यहां आते थे जिससे किसानों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता था़ किसानों का कृषि कार्य भी ससमय पूरा हो जाता था. लेकिन करीब एक दशक से झारखंड से मजदूरों का आना पूरी तरह से बंद हो चुका है़ रोजगार के अभाव में मजदूरों के दूसरे राज्य चले जाने से किसान दोहरी मार झेलने को विवश हैं.
मजदूरों के अभाव के कारण उन्हें मजदूरों को जहां ज्यादा पारिश्रमिक देना पड़ रहा है, वहीं उस अनुपात में उन्हें अनाज का उचित मूल्य भी नहीं मिल पाता है़ हालांकि इस बार प्रखंड क्षेत्र में ससमय बारिश के कारण धान की अच्छी खेती होने से किसानों के चेहरे पर रौनक दिखाई दे रही है, लेकिन मजदूरों के नहीं रहने से किसानों के समक्ष धनकटनी कार्य संपन्न कराना जटिल समस्या है़