बंदेया पुलिस ने की कार्रवाई, कई संगीन मामलों में था वांछित गोह. औरंगाबाद जिले के कई थानों के लिए सिरदर्द बना हार्डकोर नक्सली विकास यादव अंतत: पुलिस के चंगुल में आ गया. वैसे उसे कई नामों से जाना जाता है. विकास यादव उर्फ जनार्दन यादव उर्फ रामचंद्र यादव उर्फ सिद्धनाथ यादव. उक्त अलग-अलग नामों से उसकी पहचान बनी.पिछले 15 वर्षों से पुलिस उसकी तलाश कर रही थी. गिरफ्तारी से संबंधित जानकारी दाउदनगर एसडीपीओ कुमार ऋषिराज ने साझा की है. बताया है कि नक्सली विकास यादव बंदेया थाना क्षेत्र के नारायणपुर गांव निवासी सालिक यादव का पुत्र है. गुप्त सूचना पर उसे दरार गांव के देवी स्थान के समीप से गिरफ्तार किया गया. विकास यादव के खिलाफ गोह थाना में छह,मदनपुर थाना में दो, उपहारा, रफीगंज और बंदेया थाना में एक-एक मामले दर्ज है.इसके अतिरिक्त औरंगाबाद और गया जिले के विभिन्न थानों में 20 से 22 कांड दर्ज है. नक्सली के खिलाफ अन्य कांडों का भी पता किया जा रहा है. छापेमारी टीम में बंदेया थानाध्यक्ष सूरज कुमार, अपर थानाध्यक्ष कृष्णा राम,मोहित कुमार आदि शामिल थे.
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