दाउदनगर. होली के दौरान शहर के अलग-अलग इलाकों में बंद पड़े घरों को चोरों द्वारा निशाना बनाया गया है. कुछ मामले प्रकाश में आये तो कुछ आ रहे है. जैसे-जैसे छुट्टी बिताकर लोग घर पहुंच रहे है, वैसे-वैसे चोरी की जानकारी बाहर तक निकल रही है. शहर के वार्ड 22 मौलाबाग में ओबरा थाना क्षेत्र के मझियावा निवासी सरोज यादव के किराये के मकान से चोरों ने नकद 45 हजार सहित लाखों के जेवरात उड़ा लिये. घटना के संबंध में गृहवामी द्वारा स्थानीय थाना को सूचना दी गयी है, जिसमें कहा गया है कि 12 मार्च को शाम में डेरा बंद कर पूरा परिवार घर चला गया था. 18 मार्च यानी मंगलवार की दोपहर जब अपने डेरा में पहुंचा तो देखा कि सारा सामान बिखरा पड़ा है. सभी कमरों के ताले टूटे हुए है. कमरे में रखे बक्से से 45 हजार रुपये नकद गायब है. इसके अलावा जेवरात एवं अन्य सामान भी चुरा लिये गये. गौरतलब हो कि वार्ड 22 मौलाबाग में ही मायापुर निवासी अनिल कुमार के भी बंद घर से चोरों द्वारा 15 हजार नकद सहित अन्य जेवरात की चोरी कर ली गयी थी, जिनके द्वारा दाउदनगर थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. होली के दौरान ही पुराना शहर किला के पास स्थित एक बंद घर से पीएचसी के आउटसोर्सिंग के सुपरवाइजर अविनाश कुमार राय का लैपटॉप, 30 हजार नकद और बर्तन की चोरी कर ली गयी थी. लोगों का कहना है कि कुछ तो चोरी की ऐसी भी घटनाएं हो सकती हैं, जिसकी सूचना अब तक थाना को नहीं दी गई हो. यानी अगर शहर में ही देखा जाये तो चोरी की घटनाएं बढ़ी है. इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी चोरी की कुछ घटनाएं घटी है. लोगों का कहना है कि पुलिस द्वारा सघन पेट्रोलिंग की जानी चाहिए. पुलिस द्वारा पेट्रोलिंग तो की जाती है, लेकिन मुख्य सड़क तक ही सीमित रह जाता है. आवश्यकता इस बात की है कि शहर की गलियों में भी गस्ती की व्यवस्था की जाये. चोरी की घटनाओं का उद्भेदन भी होनी चाहिए और चोरों की गिरफ्तारी होनी चाहिए. चोरी की घटना घटने पर गृह स्वामी द्वारा प्राथमिकी तो दर्ज करा दी जाती है, लेकिन कई मामलों में खुलासा नहीं हो पाता है.
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