दाउदनगर.
पांच दशक बाद दाउदनगर को एक महत्वपूर्ण उपलब्धि शिक्षा के क्षेत्र में हासिल हुई है. दाउदनगर महाविद्यालय दाउदनगर में पांच विषय में पीजी के पढ़ाई की स्वीकृति मिली है. दाउदनगर अनुमंडल का एकमात्र अंगीभूत महाविद्यालय दाउदनगर महाविद्यालय दाउदनगर है. इस कॉलेज की स्थापना 1970 में हुई थी. हिंदी, इतिहास, अर्थशास्त्र, मनोविज्ञान एवं भूगोल विषयों में मगध विश्वविद्यालय, बोधगया द्वारा स्नातकोत्तर (पीजी) की शिक्षण की स्वीकृति प्रदान की गयी है. कॉलेज के पीआरओ डॉ देव प्रकाश ने बताया कि मगध विश्वविद्यालय, बोधगया के न्यू टीचिंग एवं एफिलिएशन कमेटी की स्वीकृति के बाद एकेडमिक काउंसिल एवं सिंडिकेट ने भी दाउदनगर महाविद्यालय में मनोविज्ञान और भूगोल विषय में 32 सीट एवं हिंदी, इतिहास तथा अर्थशास्त्र विषय में 60 सीटों पर नामांकन व पढ़ाई की स्वीकृति दी है. इन सभी विषयों में दो शिक्षक उपलब्ध हैं. यह दाउदनगर अनुमंडल क्षेत्र के लिए उच्च शिक्षा के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि एवं खुशखबरी है. इसका पूरा श्रेय महाविद्यालय के प्रधानाचार्य प्रो डॉ एम शम्सुल इस्लाम को जाता है. विकासोन्मुखी सोच वाले प्रधानाचार्य प्रो डॉ एम शम्सुल इस्लाम के अथक प्रयासों और परिश्रम से ही यह संभव हो पाया है, जो महाविद्यालय में स्नातकोत्तर की पढ़ाई की मान्यता दिलवाने के लिए निरंतर प्रयासरत रहे. उन्होंने इसके लिए मगध विश्वविद्यालय को कई बार पत्राचार किया.विधायक ने उठाया था मामला
दाउदनगर महाविद्यालय, दाउदनगर में स्नातकोत्तर की पढ़ाई के लिए ओबरा विधायक ऋषि कुमार ने भी बिहार विधान सभा में मांग उठायी थी, जिसके जवाब में मगध विश्वविद्यालय ने कहा था कि यह प्रस्ताव प्रक्रियाधीन है और जल्द ही इस पर कार्य शुरु किया जायेगा.22 फरवरी को उद्घाटन
बताया गया कि 22 फरवरी को महाविद्यालय के प्रेमचंद सभागार में काराकाट के सांसद राजाराम सिंह द्वारा स्नातकोत्तर की पढ़ाई का उद्घाटन किया जायेगा. इस उपलब्धि पर पूरा दाउदनगर महाविद्यालय परिवार गौरवान्वित है.पहले जाना पड़ता था बाहर
पूर्व में पीजी की पढ़ाई के लिए यहां के युवाओं को बाहर जाना पड़ता था, जिसमें उन्हें आर्थिक एवं मानसिक परेशानी झेलनी पड़ती थी. स्नातकोत्तर की पढ़ाई करने दाउदनगर के छात्र मुख्य रूप से सच्चिदानंद सिन्हा महाविद्यालय औरंगाबाद, स्वामी सहजानंद महाविद्यालय जहानाबाद, जगजीवन कॉलेज गया, गया कॉलेज गया, मगध विश्वविद्यालय, बोधगया, अनुग्रह नारायण कॉलेज पटना, कॉमर्स कॉलेज पटना जाते थे. अब छात्रों को यह सुविधा दाउदनगर में ही मिल जायेगी.उच्च शिक्षा प्राप्त करने में होगी आसानी : इस्लाम
इस सफलता पर प्रधानाचार्य डॉ एम शमशुल इस्लाम ने खुशी जाहिर करते हुए मगध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो शशि प्रताप शाही के प्रति आभार जताया और कहा कि यह अनुमंडलीय क्षेत्र एवं उससे सटे अन्य जिलों की गरीब बेटियों के लिए बड़ी खबर है, क्योंकि इस क्षेत्र की लड़कियों को उच्च शिक्षा के लिए सबसे अधिक समस्या होती थी.
शोध के प्रति बढ़ेगी दिलचस्पी : कुणाल
छात्र संघ के पूर्व प्रतिनिधि डॉ कुणाल किशोर ने कहा कि यह दाउदनगर क्षेत्र के उच्च शिक्षा के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी है. छात्रों की लगातार मांग रही है कि स्नातकोत्तर की पढ़ाई दाउदनगर में हो. उच्च शिक्षा के लिए पीजी की पढ़ाई नहीं होने से बहुत सारे छात्र स्नातक के बाद पढ़ाई छोड़ देते थे. लड़कियों को उच्च शिक्षा के लिए सबसे अधिक समस्या होती थी. पीजी की पढ़ाई शुरू होने से छात्र-छात्राओं को लाभ मिलेगा. स्थानीय स्तर पर शोध संस्कृति का विकास होगा.
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