नक्सलियों व दबंगों की गतिविधियों पर है
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चुनाव को लेकर प्रशासन मुस्तैद
नक्सलियों व दबंगों की गतिविधियों पर है कड़ी नजर शांतिपूर्ण होगा 10वें चरण का मतदान औरंगाबाद (कार्यालय) : जिले में नक्सलियों की मांद के रूप में जाना पहचाना जाता है देव प्रखंड. इस प्रखंड की दक्षिणी सीमा झारखंड राज्य के सीमा से सटी है. दोनों सीमाओं के बीच ऊंची चोटीवाली पहाड़ी है. इसकी लंबाई 15 […]
कड़ी नजर
शांतिपूर्ण होगा 10वें चरण का मतदान
औरंगाबाद (कार्यालय) : जिले में नक्सलियों की मांद के रूप में जाना पहचाना जाता है देव प्रखंड. इस प्रखंड की दक्षिणी सीमा झारखंड राज्य के सीमा से सटी है. दोनों सीमाओं के बीच ऊंची चोटीवाली पहाड़ी है. इसकी लंबाई 15 से 20 किलोमीटर है. इसी पहाड़ की तराई में घने जंगल है, जिसके बीच देव प्रखंड का अनेकों ग्राम पंचायत है. इन्हीं पंचायतों में पंचायत चुनाव के 10वें व अंतिम चरण का मतदान सोमवार को होना है.
चुनाव को लेकर जिला प्रशासन ने जो रणनीति बनायी है उसे वेध पाना न तो नक्सलियों के लिए संभव है और नहीं गलत मंसूबे रखनेवाले लोगों के लिए. इसे यह कहा जाये कि पुलिस ने इस प्रखंड के लिए जो गृह रचना की है वह अभेद सुरक्षा चक्र की तरह है. हालांकि, पुलिस ने जो योजना बनायी है उसे खुलासा नहीं किया जा सकता, क्योंकि न तो यह प्रशासन के लिए उचित होगा और न ही वहां होनेवाले मतदान के लिये. लेकिन,
कुछ बातों को प्रशासन ने मीडिया के साथ शेयर जरूर की है. जिला पदाधिकारी कंवल तनुज और एसपी बाबू राम ने महत्वपूर्ण जानकारियां दी है. उससे यह कहना कोई गलत नहीं होगा कि 10वें चरण का पंचायत चुनाव प्रशासन आसानी से करा कर अहिंसक चुनाव संपन्न कराने खिताब अपने नाम कर लेगा.
तीन दिनों से शुरू है कांबिंग ऑपरेशन : एसपी
देव प्रखंड में सोमवार को होनेवाले चुनाव को लेकर पुलिस-प्रशासन जंगल में उतर चुकी है. सभी जगहों पर सुरक्षा बलों की तैनाती की गयी है. इस संबंध में एसपी बाबू राम ने बताया कि देव प्रखंड की सीमा को पूरी तरह सील कर दिया गया है. पिछले तीन दिनों से इस क्षेत्र में कांबिंग ऑपरेशन चल रहा है. एएसपी अभियान राजेश भारती नक्सलियों के विरुद्ध चलाये जानेवाले अभियान का नेतृत्व कर रहे हैं. इस अभियान में कोबरा,
एसटीएफ व सीआरपीएफ की पांच से छह टीमें है जो नक्सलियों के मांद में घुस कर अपना काम कर रहे है. एसपी ने यह भी बताया कि मतदान के दिन सभी पोलिंग पार्टियां पैदल चल कर बूथों पर पहुंचेगी. उनकी सुरक्षा में पारा मिलिटरी फोर्स होगी. जिला पदाधिकारी के साथ मैं भी मोटरसाइकिल व पैदल चल कर मतदान केंद्रों का निरीक्षण करेंगे. शासनिक-प्रशासनिक टीम मोटरसाइकिल से ही चलेगी.
नक्सली नहीं पहुंच सकेंगे मतदान केंद्रों तक
जिला पदाधिकारी कंवल तनुज ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि नक्सलियों की मंशा न तो नौ चरणों के चुनाव में पूरी हुई है और नहीं 10वें चरण के चुनाव में होनेवाली है. देव प्रखंड का चुनाव को हमने चुनौती के रूप से स्वीकार किया है और इसे हर हाल में शांतिपूर्ण संपन्न कराना है. अगर बीच में कोई रोड़ा डालने का प्रयास किया तो उसे ऐसी सजा मिलेगी, जिसकी वह कल्पना भी नहीं किया होगा. चाहे इसमें नक्सली हो या दबंग.
किसी को भी नहीं बख्शा जायेगा. डीएम ने कहा कि देव प्रखंड के ग्रामीण क्षेत्र तो हमारा पूर्णरूप से सुरक्षित, तो है ही जंगलतटीय इलाके और जंगलों को भी हमने सुरक्षा के घेरे में ले लिया है. पारा मिलिटरी फोर्स जंगल को अपने घेरे में ले ली है. नक्सली जंगल छोड़ कर भाग चुके हैं. हमारे सुरक्षा बल जंगल को सुरक्षित कर पहाड़ों पर तैनात हो चुके है. सुरक्षा का बंदोवस्त ऐसा किया गया है कि नक्सली पहाड़ के पीछे जो चले गये हैं वे पहाड़ नहीं पार कर सके.
अगर ये लोग दुशाहस किया तो पुलिस की गोलियां खानी पड़ेगी. डीएम ने आगे कहा कि हमारी सूचना तंत्र काफी मजबूत है और नक्सलियों की गतिविधियों की जानकारी हमें मिल रही है . मिलने वाली जानकारी को हम गंभीरता से ले रहे हैं और जो भी कहीं से जानकारियां मिल रही हैं वहां हम बिना विलंब किये पहुंच रहे हैं .डीएम ने आगे बताया कि देव के जंगलतटीय इलाके की लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है. कोबरा, सीआरपीएफ के जवान पूरी मुश्तैदी के साथ काम कर रहे हैं. मुझे कहीं भी कोई परेशानी दिखायी नहीं दे रही है.
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