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नववर्ष के लिए बाजार में सुंदर व आकर्षक ग्रीटग्सिं

नववर्ष के लिए बाजार में सुंदर व आकर्षक ग्रीटिंग्स सोशल मीडिया के कारण कारोबार पर असर(फोटो नंबर- 38बाकी नाम से भेजी गयी है) कैप्शन-ग्रिटिंग्स की खरीदारी करते युवक औरंगाबाद (सदर) नये साल में शेष तीन दिन रह गये हैं. नववर्ष मौज-मस्ती के साथ अपने रिश्तेदारों व दोस्तों को शुभकामना देने का भी अवसर प्रदान करती […]

नववर्ष के लिए बाजार में सुंदर व आकर्षक ग्रीटिंग्स सोशल मीडिया के कारण कारोबार पर असर(फोटो नंबर- 38बाकी नाम से भेजी गयी है) कैप्शन-ग्रिटिंग्स की खरीदारी करते युवक औरंगाबाद (सदर) नये साल में शेष तीन दिन रह गये हैं. नववर्ष मौज-मस्ती के साथ अपने रिश्तेदारों व दोस्तों को शुभकामना देने का भी अवसर प्रदान करती है. ऐसे में न्यू इयर पर बधाई कार्ड भेजने का सिलसिला शुरू हो गया है. लोग बधाई देने के लिए पारंपरिक तरीकों को तो अपना ही रहे हैं साथ ही संदेश भेजने के लिए सोशल मीडिया का खूब इस्तेमाल किया जा रहा है. बदलते दौर में सोशल मीडिया व स्मार्टफोन ने भले ही ग्रीटिंग्स कार्ड के क्रेज को कम कर दिया है, पर कुछ लोग आज भी ग्रीटिंग्स कार्ड से बधाई संदेश भेजने का बेहतर माध्यम मानते हैं. एक समय ऐसा भी रहा है जब ग्रीटिंग्स के बिना न्यू इयर अधूरा सा लगता था. नये साल पर ग्रीटिंग्स की बिक्री कई दिन पहले से ही शुरू हो जाती थी. लोग डाक के जरीये ग्रीटिंग्स के माध्यम से बधाई संदेश भेजा करते थे. पर, अब बहुत से माध्यम नये विकसित होने से इसमें बदलाव आया है. फिर भी नववर्ष के लिए बाजार में सुंदर व आकर्षक ग्रीटिंग्स लोगों को आकर्षित कर रहे हैं. युवाओं व बच्चों में ग्रीटिंग्स कार्ड को लेकर अब भी क्रेज है. फिर भी सोशल मीडिया के कारण कारोबार पर असर पड़ा है.ग्रिटिंग की जगह डिजिटल प्रिटिंग को अपना रहे लोग : बहुत पुरानी बात नहीं जब लोग हाथ से भी ग्रीटिंग्स कार्ड बनाते थे. बाल पत्रिकाओं व दूरदर्शन पर नये साल पर बधाई देने के लिए ग्रीटिंग्स कार्ड बनाने के तरीके बताये जाते थे. बच्चों में एक-दूसरे से अच्छा ग्रीटिंग्स बनाने व संदेश लिखने की प्रतियोगिता भी होती थी. उस दौर में भी ग्रीटिंग्स का प्रचलन था, पर धीरे-धीरे ये तरीका बदला, फिर कुछ दिनों तक सिर्फ ग्रीटिंग्स ही बधाई देने का एक माध्यम बना रहा. लेकिन इन दिनों ग्रीटिंग्स से भी ज्यादा प्रभावी डिजिटल प्रिटिंग को माना जा रहा है. प्रिंटिंग प्रेस के व्यवसाय से जुड़े गोपाल सिन्हा बताते हैं कि ग्रीटिंग्स का इस्तेमाल अब ज्यादातर बच्चे करते हैं. जबकि पहले ये हर वर्ग के लोगों का माध्यम था. पर अब ग्रीटिंग्स की जगह सुनहरे पेपर व कार्ड पर डिजिटल प्रिटिंग कराकर उसका इस्तेमाल नये वर्ष की बधाई देने के लिए किया जा रहा है. ज्यादातर ये प्रचलन शिक्षक, बैंक कर्मी, चिकित्सक, पदाधिकारी व सामाजसेवी में है. बड़ा हो रहा कारोबार : डिजिटल प्रिटिंग का कारोबार दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है. आज ये कारोबार नये वर्ष पर 50 से 60 हजार रुपये का है. ग्रीटिंग्स व्यवसायी बताते हैं आज से महज चार वर्ष पहले ग्रीटिंग्स कार्ड की खरीदारी को लेकर लोग काफी उत्साहित रहते थे. नये वर्ष पर लगभग एक लाख तक का कारोबार हुआ करता था. पर अब ये कारोबार 20 से 25 हजार रुपये तक में ही सिमट कर रह गया है. कार्ड व्यवसायी बताते हैं कि डिजिटल प्रिटिंग की खासियत ये है कि लोग मनचाहा डिजाइन बनाकर उसे कार्ड पर प्रिंट करा सकते हैं. ये इनविटेशन में उपयोग आने वाले कार्ड पर भी संभव है. एक साधारण पेपर पर भी डिजिटल प्रिटिंग का अलग आकर्षण होता है. व्यवसायी गोपाल सिन्हा कहते हैं कि सोशल मीडिया पर भेजे गये संदेश नष्ट हो सकते हैं लेकिन डिजिटल प्रिटिंग व ग्रीटिंग्स द्वारा भेजे गये संदेश को लोग अपने यादों के लिस्ट में सालों तक संभाल कर रख सकते हैं. ग्रीटिंग्स के साथ उपहार को भी : ग्रीटिंग्स कार्ड का इस्तेमाल अब नये साल पर बधाई देने से ज्यादा मुहब्बत के पैगाम भेजने का काम आ रहा है. पहले तो अपनत्व व शुभकामना के लिए ही सिर्फ इसे इस्तेमाल में लाया जाता था, पर अब इजहार ए मुहब्बत के काम आ रहा है ग्रीटिंग्स. युवाओं की मानें तो उनका कहना है कि 14 फरवरी वेलेंटाइन डे को ग्रीटिंग्स कार्ड देना ज्यादा रिस्क भरा होता है. पर नये साल पर ग्रीटिंग्स के माध्यम से मुहब्बत का इजहार करने में रिस्क नहीं है. युवा अब नये वर्ष पर बधाई देने में ग्रीटिंग्स के साथ उपहार को भी शामिल कर रहे हैं. इसमें फैमली फोटो फ्रेम, फ्रैंडशिप बैंड, ब्रासलेट, फिंगर रिंग, कॉफी मग, टेडीवीयर, लॉग डायरी, पर्स व वं कपल स्टैच्यू की ज्यादा मांग है. संदेश भेजने का आसान जरीया बना सोशल मीडिया : जब से स्मार्टफोन व सोशल मीडिया का प्रचलन तेजी से प्रभाव में आया तब से संदेश व शुभकामना का सबसे सस्ता व आसान तरीका बन गया है. लोग संदेश भेजने व नये साल की बधाई देने के लिए ज्यादातर सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहे हैं. व्हाट्स अप व फेसबुक इसका जबरदस्त उदाहारण है. एक से एक आकर्षक डिजाइन वाले मैसेज व्हाट्स अप व फेसबुक के जरीये भेजे जा रहे हैं. इसका लाभ भी कुछ ऐसा है कि न आपको मेहनत करनी पड़ती है और नही ज्यादा सोचना पड़ता है. बस किसी का मैसेज अच्छा लगा तो उसे अपनो को फॉर्वड कर दिया. आज कल तो इन अप पर वीडियो संदेश भी भेजे जाते हैं जो एक से बढ़ कर एक सोशल साइट पर उपलब्ध है. ——————-हर साल की तरह इस बार भी कार्ड के जरीये ही अपने लोगों को बधाई दूंगा. मैं अपनी गर्लफ्रैंड को ग्रीटिंग्स कार्ड के जरीये संदेश भेजने वाला हूं. जिआउल वारसी उर्फ कल्लूभले ही आज व्हाट्स अप व फेसबुक से लोग नये साल की बधाई दे रहे हैं. पर मैं अपने मम्मी-पापा व भाइयों को ग्रीटिंग्स कार्ड के जरीये ही बधाई दूंगी. सुरभी मैं अपने दोस्त के लिए सबसे अच्छा और महंगा कार्ड खरीदी हूं. खास दोस्तों के लिए खर्च मायने नहीं रखता. सबको कार्ड देना संभव नहीं, इसलिये सोशल मीडिया का लाभ उठाऊंगी.स्वस्तिकादुकान में पांच रुपये से लेकर छह सौ रुपये तक के कार्ड उपलब्ध हैं. पर ग्रीटिंग्स से ज्यादा गिफ्ट आइटम बिक रहे हैं. कॉफी मग की ज्यादा मांग है, पिछले तीन साल की अपेक्षा इस वर्ष बहुत कम ग्रीटिंग्स कार्ड सेल हुए है.मोहम्मद मोइनुद्दीन, आर्चिज गैलर

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