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चुनाव के लिए कर्मियों का डाटा हो रहा तैयार
औरंगाबाद शहर : लोकसभा चुनाव की सारी तैयारियों को समय से पहले पूर्ण करने का लक्ष्य जिला प्रशासन का है. आदर्श आचार संहिता लागू होने में अब चंद दिन ही बचे हुए हैं. ऐसे में अपने लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए चुनाव संबंधित सारे कार्य तेजी से किये जा रहे हैं. चुनाव को लेकर […]
औरंगाबाद शहर : लोकसभा चुनाव की सारी तैयारियों को समय से पहले पूर्ण करने का लक्ष्य जिला प्रशासन का है. आदर्श आचार संहिता लागू होने में अब चंद दिन ही बचे हुए हैं. ऐसे में अपने लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए चुनाव संबंधित सारे कार्य तेजी से किये जा रहे हैं.
चुनाव को लेकर कर्मियों का डेटाबेस तैयार करने का काम भी अब अंतिम चरण में है. चुनाव आयोग के निर्देश के अनुसार कर्मियों के डेटाबेस का निर्माण किया जा रहा है. ताकि उक्त कर्मियों से चुनाव से संबंधित कार्य लिया जा सके.
डेटाबेस के अनुरूप ही इन कर्मियों से पीठासीन पदाधिकारी, मतदान पदाधिकारी, मतगणना कर्मी, माइक्रो प्रेक्षक, सेक्टर पदाधिकारी, पेट्रोलिंग पदाधिकारी समेत अन्य चुनाव अधिकारी के रूप में काम लिया जायेगा. चुनाव से जुड़े सभी कार्यों की तैयारी में निर्वाचन शाखा व कार्मिक कोषांग समेत अन्य विभाग जुटे हुए हैं. इसके लिए जिले के 2522 विभिन्न सरकारी दफ्तरों के 17278 कर्मियों की सूची प्राप्त हुई है.
जिन दफ्तरों से कर्मियों की सूची भेजी गयी है, उसमें सदर प्रखंड के 367, बारुण के 216, दाउदनगर के 188, देव के 196, गोह के 207, हसपुरा के 140, कुटुंबा के 213, मदनपुर के 200, नवीनगर के 321, ओबरा के 194 तथा रफीगंज के 280 अलग-अलग विभागों के कार्यालय शामिल हैं. इधर, चुनाव की हर गतिविधियों की मॉनीटरिंग वरीय स्तर से की जा रही है.
प्रपत्रों की हो रही जांच, त्रुटियां होंगी दूर: डेटाबेस तैयार करने के क्रम में सभी कर्मियों के प्रपत्रों की जांच में कार्मिक कोषांग जुटा हुआ है. उप निर्वाचन पदाधिकारी जावेद इकबाल ने बताया कि सरकारी कार्यालयों के डीडीओ से कर्मियों का प्रमाण पत्र प्राप्त कर लिया गया है, जिसे कार्मिक कोषांग को उपलब्ध कराया गया है. चुनाव आयोग द्वारा उपलब्ध विहित प्रपत्रों में सभी कर्मियों की जानकारी दी गयी है.
पुरुष कर्मचारियों की होगी अधिक संख्या
लोकसभा चुनाव में महिला कर्मियों से चार गुना अधिक पुरुष कर्मी ड्यूटी में लगाये जायेंगे. यह जिले के 2522 विभिन्न सरकारी कार्यालयों के डीडीओ ने उपलब्ध कराये 17 हजार 278 कर्मियों की सूची से स्पष्ट हुआ है. हालांकि प्रशासन की कोशिश है कि पर्याप्त संख्या में महिला कर्मियों को चुनाव ड्यूटी में लगायी जाए.
ताकि महिला वोटरों में भी जागरूकता आये और मजबूत लोकतंत्र के निर्माण में अपनी सहभागिता निभा सकें. जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम के निर्देश पर सभी एंबुलेंस पर जागरूकता संबंधित स्लोगन लिखे जायेंंगे. जबकि सभी अस्पतालों द्वारा रैली आदि भी निकाली जायेगी.
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