केशव कुमार सिंह
औरंगाबाद : संपत्ति के लालच में एक दत्तक पुत्र ने बचपन से पाल पोस कर बड़ा करने वाले अपनी पालनहार मांकी गला दबाकर हत्या कर दी. यह घटना दाउदनगर के गया रोड भखरुआं मोड़ स्थित बाजार समिति के पास की बतायी जाती है. पुलिस ने हत्यारे दत्तक पुत्र के साथ साथ हत्या में शामिल उसके तीन अन्य दोस्तों में से दो को भी गिरफ्तार कर लिया है, जबकि उसके एक दोस्त की तलाश पुलिस द्वारा की जा रही है. सभी आरोपित किशोर हैं.
13 दिनों से हो रही थी खोज
घटना के संबंध में मृतका 65 वर्षीया जयमंती देवी उर्फ जया उपाध्याय की पुत्री एवं वर्तमान में अरवल सदर अस्पताल में ग्रेड ए नर्स के पद पर पदस्थापित पुष्पा कुमारी द्वारा एक प्राथमिकी दाउदनगर थाना में दर्ज करायीगयी थी. जिसमें मृतका के दत्तक पुत्र 17 वर्षीय जय किशन उर्फ उर्फ कन्न समेत उसके तीन अन्य दोस्तों को नामजद आरोपित बनाते हुए कहा गया है कि सूचक की मां जयमंती देवी अपने दत्तक पुत्र 17 वर्षीय जयकिशन उर्फ कन्नू के साथ दाउदनगर में रहती थी. 12 सितंबर से ही उनकी मां लापता थी. जब घर आकर अपने भाई जय किशन उर्फ कन्नू से पूछताछ किया और मां के बारे में पूछा तो भाई ने बताया कि वह हरिद्वार गयी है और 24 या 25 सितंबर को आयेंगी.
शव को जमीन में छिपा दिया
जब 25 सितंबर तक उनकी मां नहीं आई तो सख्ती से पूछने पर बताया कि उसने अपने तीन दोस्तों के साथ मिलकर 12 सितंबर की रात्रि करीब 12 बजे ही सोयी हुई अवस्था में तकिया से मुंह दबाकर उसकी हत्या कर दी है और अल्टो गाड़ी से ले जाकर नवरतन चौक स्थित गोवर्धन पहाड़ के पास जमीन में छिपा दिया है. उसने हत्याकांड में शामिल अपने दोस्तों के नाम भी बताये, जिसमें पुलिस ने आरोपित दोस्त भखरुआं निवासी मनीष कुमार और अंकोढ़ा निवासी प्रकाश कुमार को गिरफ्तार कर लिया है. जबकि, हत्याकांड में शामिल एक अन्य दोस्त 15 वर्षीय किशोर की पुलिस तलाश कर रही है. थाना अध्यक्ष अभय कुमार सिंह ने बताया कि गिरफ्तार तीनों आरोपितों को गयास्थित बाल सुधार गृह भेजा जा रहा है.
लापता होने की मिली थी सूचना
सूत्रों ने बताया कि जयमंती देवी उर्फ जया उपाध्याय के लापता होने की सूचना स्थानीय थाना को पिछले 16 सितंबर को दी गयी थी, जिसके बाद पुलिस द्वारा भी छानबीन की जा रही थी. उक्त महिला की हत्या कर शव को आरोपितों द्वारा छिपा दिये जाने की बात मंगलवार की रात पता चला. सूचना मिलने के बाद बुधवार को थानाध्यक्ष अभय कुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने शव को छिपाये गये स्थान पर पहुंच कर शव को निकलवाया और पुलिस ने मृतक के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल औरंगाबाद भेज दिया है.
जिसने दिया जीवन, उसी की कर दी हत्या
जिस मां ने करीब 17 वर्ष पूर्व एक अनाथ बच्चे को अपनाकर उसे नया जीवन दिया था, वही बच्चा आज उस पालनहार मां का हत्यारा निकला. प्राप्त जानकारी के अनुसार, जयमंती देवी उर्फ जया उपाध्याय एक प्रशिक्षित नर्स थी. उन्होंने करीब 17 वर्ष पूर्व आरोपित जयकिशन उर्फ कन्नू को उस समय गोद लिया था, जब उसकी मां जन्म देकर भाग गयी थी. जया उपाध्याय की एकमात्र पुत्री ही थी, उनका कोई पुत्र नहीं था.
संपत्ति के लालच में वारदात को दिया अंजाम
बड़े ही अरमान के साथ बुढ़ापे में सहारा मानकर जिस बच्चे को गोद लेकर पाला-पोसा और बड़ा किया, वही उनका हत्यारा बन बैठा. सूत्रों ने बताया कि उसने संपत्ति की लालच में अपनी पालनहार मां की हत्या कर दी. उसे शक था कि सारी संपत्ति मृतका द्वारा अपनी पुत्री के नाम किया जा रहा है और उसे कुछ नहीं मिलेगा.