आरा.
रेलवे जंक्शन मर्डर और सुसाइड मिस्ट्री की तफ्तीश तेज हो गयी है. मोबाइल सीडीआर के सहारे पुलिस इस मिस्ट्री का राज खोलने में जुटी है. उसके लिए पुलिस घटनास्थल से जब्त तीनों मोबाइल के कॉल डिटेल्स का विश्लेषण कर रही है. उसमें तकनीकी टीम की भी मदद ली जा रही है. इधर, घटना की तफ्तीश करने रेल डीआइजी तौफिक परवेज और रेल एसपी प्रभाकर तिवारी भी मंगलवार की देर रात आरा पहुंचे. अधिकारियों ने घटनास्थल का जायजा लिया. मौजूद अफसरों के अलावा मृत पिता-पुत्री के परिजनों से मामले की जानकारी ली. जंक्शन और आसपास के सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला गया. फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम भी अपने स्तर से छानबीन कर रही है.स्टेशन की सुरक्षा में लगे हैं 42 सीसीटीवी कैमरे, पर ट्रिपल मर्डर का फुटेज कैमरे की जद में नहीं : स्थानीय रेलवे स्टेशन पर पैनी नजर रखने के लिए कुल 42 सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं, ताकि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और किसी भी गतिविधि पर पैनी नजर रहे, लेकिन मंगलवार को स्टेशन के दो एवं तीन नंबर प्लेटफार्म के रैंप पर हुई ट्रिपल मर्डर का वीडियो फुटेज किसी भी कैमरे द्वारा कैच नहीं किया जा सका है. रेलवे सूत्रों के अनुसार चार नंबर प्लेटफार्म पर अवस्थित सीढ़ी और 2 एवं 3 नंबर प्लेटफाॅर्म पर नये बने रैंप पर भी सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं. इसलिए वे लोग कैमरे की नजर में नहीं आ पाये हैं. इससे लगता है कि वे लाइन पार कर आये होंगे, जहां तक कैमरे का फुटेज नहीं आता है. बता दें कि चार नंबर प्लेटफार्म पर कैमरे लगाने का प्रपोजल गया है. पूर्व में छात्रों के द्वारा आंदोलन के दौरान तोड़फोड़ कर दिया गया था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है