आरा.
निष्क्रिय खातों के वास्तविक धारकों को उनकी जमा राशि लौटाने तथा अनक्लेम्ड एसेट्स के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से आरा स्थित नागरी प्रचारिणी सभागार में जिलाधिकारी तनय सुल्तानिया के निर्देशानुसार विशेष शिविर का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ उप विकास आयुक्त गुंजन सिंह, जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक नीरज कुमार तथा विभिन्न बैंकों के अधिकारियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया. कार्यक्रम में पीएनबी के मुख्य प्रबंधक अभिषेक कुमार, रिजर्व बैंक के एलडीओ अमित गुप्ता, बिहार ग्रामीण बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक राजेश भारती सहित सभी प्रमुख बैंकों के अधिकारी उपस्थित रहे. शिविर के दौरान अनक्लेम्ड एसेट्स से संबंधित गाइडलाइन बुकलेट का लोकार्पण किया गया तथा जिलेभर के बैंक अधिकारियों को वीडियो प्रसारण के माध्यम से प्रक्रिया से जुड़ी विस्तृत जानकारी प्रदान की गयी. उप विकास आयुक्त ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे प्रखंड एवं पंचायत स्तर पर भी ऐसे शिविर आयोजित कर लोगों को जागरूक करें. उन्होंने आश्वासन दिया कि आवश्यकता पड़ने पर जिले के सभी विभागों से आवश्यक सहयोग उपलब्ध कराया जायेगा. एलडीएम नीरज कुमार ने बताया कि भोजपुर जिले के विभिन्न बैंकों में 1,98,014 खाते निष्क्रिय पड़े हैं, जिनमें 105.49 करोड़ रुपये जमा हैं. पिछले दस वर्षों से इन खातों में कोई लेन-देन नहीं हुआ है. शिविर में सैकड़ों लोग पहुंचे और अपने निष्क्रिय खातों से संबंधित दावे प्रस्तुत किये.सत्यापन के बाद अब तक 3.84 करोड़ रुपये वास्तविक खाताधारकों को लौटा दिए गए हैं, जबकि शेष दावों की प्रक्रिया जारी है. उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बैंकों व वित्तीय संस्थानों में बिना दावे के पड़ी संपत्तियों को उनके वास्तविक मालिकों तक पहुंचाना है. शिविर में उप विकास आयुक्त भोजपुर, एलडीएम नीरज कुमार सहित सभी प्रमुख बैंकों के अधिकारी उपस्थित रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

