सोयी पुलिस जागी, रिपोर्ट तलब के बाद हुई कार्रवाई
जांच में अब आयेगी तेजी
घायल सूरज का होगा मुफ्त इलाज
पटना : बिहटा के आनंदपुर में 25 जून को हुए गोलीकांड में घायल किशोर सूरज के मामले में बिहटा के थानेदार शंभु यादव लाइन हाजिर कर दिये गये हैं. थानेदार पर सूरज के पिता बुद्धदेव राय ने आरोप लगाया था कि उन्होंने ही अपने सर्विस रिवॉल्वर से गोली चलायी थी. इस आरोप के बाद पुलिस ने इसकी जांच शुरू कर दी थी और जांच किसी प्रकार से प्रभावित न हो, इसके लिए एसएसपी मनु महाराज ने शंभु यादव को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया है.
सूरज से जुड़ी खबरों को प्रभात खबर ने लगातार प्रमुखता से प्रकाशित किया, जिसे पुलिस मुख्यालय के साथ ही एसएसपी मनु महाराज ने संज्ञान लिया. प्रभात खबर ने ही यह सवाल उठाया था कि जिस तरह के आरोप थानेदार शंभु यादव पर लगे हैं, इसे देखते हुए चार दिनों के बाद भी उन्हें निलंबित या लाइन हाजिर क्यों नहीं किया गया? क्योंकि आमतौर पर इस तरह के मामले में
पुलिस पदाधिकारियों को उनके पद से तत्काल प्रभाव से हटा दिया जाता है.
थानेदारों की जम कर ली क्लास : तीन दिनों की छुट्टी के बाद रविवार को एसएसपी मनु महाराज पटना लौटे. इसके बाद तुरंत ही आनन-फानन में शहर के तमाम डीएसपी व थानेदारों की क्राइम मीटिंग बुलायी गयी. इस मीटिंग में शहर में बढ़ रहे अपराध को लेकर गहन चर्चा की गयी और थानेदारों की एसएसपी ने जम कर क्लास ली. मीटिंग में ही बीते दिनों हुए बिहटा के आनंदपुर व कंकड़बाग में दुष्कर्म के प्रयास मामलों पर विशेष रूप से चर्चा हुई. घटना को एसएसपी ने गंभीरता से लिया और बिहटा के थानेदार शंभु यादव व कंकड़बाग थानाध्यक्ष अरुण कुमार गुप्ता को लाइन हाजिर कर दिया.
पीएमसीएच आया, तो हर तरह से मदद : प्रधान सचिव
पटना : स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार ने कहा कि बिहटा गोलीकांड में घायल सूरज अगर इलाज के लिए पीएमसीएच आयेगा, तो उसका इलाज मुफ्त किया जायेगा. उसके इलाज में जरूरी दवाएं, जांच या सजर्री मुफ्त में होगी. लेकिन, यह उसी वक्त संभव है, जब वह पीएमसीएच में भरती हो. क्योंकि विभाग की ऐसी कोई योजना नहीं है कि प्राइवेट अस्पताल में भरती मरीज का इलाज मुफ्त में किया जाये. मुङो नहीं मालूम है कि अभी उसकी स्थिति कैसी है.
मालूम हो कि सूरज का इलाज शहर के एक निजी अस्पताल में चल रहा है, जहां उसकी हालत गंभीर है. उसका इलाज कर रहे डॉक्टरों का कहना है कि उसकी बड़ी व छोटी आंत को फाड़ने के बाद गोली हड्डी को छेदते हुए बाहर निकल गयी है. गोली की तेज रफ्तार के कारण उसके मल द्वार का रास्ता भी फट गया है. मल त्याग के लिए दूसरा रास्ता बनाया गया है, लेकिन यह फिर फट सकता है. अगर उसकी हालत ठीक होती है, तो एक माह बाद एक और ऑपरेशन करना होगा.
अभी आंत ठीक स्थिति में नहीं है और वह दोबारा भी फट सकती है. उसके इलाज पर अब तक 90 हजार रुपये खर्च हो चुके हैं. इलाज के लिए उसके भाई ने अपना टेंपो बेच दिया है. अब उसके पिता बाइक बेचने के लिए खरीदार ढूंढ़ रहे हैं.